श्यौपुर. न्यूजअप इंडिया
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से सोमवार को एक बार फिर से बुरी खबर आई है। इस बार मादा चीता गामिनी के एक शावक की मौत हुई है। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने की वजह से यह शावक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने सोमवार की रात 8:30 बजे प्रेस नोट जारी करके इसकी पुष्टि की है। कूनो नेशनल पार्क में अब 13 वयस्क व 12 शावक चीते बचे हैं, जो स्वास्थ्य एवं सामान्य है।
जानकारी के अनुसार मादा चीता गामिनी अपने 5 शावकों के साथ कूनो के बाड़े में रह रही थी। 29 जुलाई को वन विभाग का मैदानी अमला जब गश्त करने के लिए गामिनी के आसपास पहुंचा तो 5 में से 4 शावक तो स्वस्थ थे, लेकिन एक ठीक से उठ नहीं पा रहा था। कुछ देर बाद वह दो पैरों पर चलने लगा। उसका पिछला हिस्सा जमीन पर घसीटते हुए आगे बढ़ रहा था। जिसे तत्काल रेस्क्यू करके उपचार शुरू किया, लेकिन सोमवार को उसकी मौत हो गई। बता दें कि 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आठ चीते और 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते मध्य प्रदेश के श्यौपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में लाए गए थे।
पार्क में अब 13 वयस्क और 12 शावक चीते
आपको बता दें इस पूरे मामले को कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ द्वारा 2 दिन से घायल शावक की कोई जानकारी नहीं दी और ना ही यह जानकारी कूनो प्रबंधक ने बाहर आने दी। सीधे शावक की मौत का प्रेस नोट जारी किया गया, जिसमें दो दिन पहले शावक के घायल होने का हवाला दिया गया है। कूनो प्रबंधन ने जारी प्रेस नोट में बताया कि अब कूनो नेशनल पार्क में शेष 13 वयस्क व 12 शावक चीते बचे हैं, जो स्वास्थ्य एवं सामान्य है। वयस्क चीतो को टिक एवं अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक उपचार किया गया है। सभी की नियमित निगरानी की जा रही है।