रायपुर.न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद से राजनीतिक उथल-पुथल का दौर जारी है। पार्टी के नेता वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो वहीं एक प्रत्याशी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रायपुर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी रहे महंत रामसुंदर दास ने इस्तीफा दिया है। विधानसभा चुनाव में महंत को 65 हजार से ज्यादा वोटों से करारी हार मिली थी। प्रदेश में यह सबसे बड़े अंतर से हार का आंकड़ा है। इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है।
बता दें कि महंत राम सुंदर दास रायपुर दक्षिण से विधायक बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने गुरुवार को पीसीसी चीफ दीपक बैज को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। इससे पहले कांग्रेस के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिलीप षडंगी ने इस्तीफा दिया था। रामसुंदर दास महंत ने इस्तीफे के बाद कहा, मैंने अपनी भावना से पार्टी को अवगत कराया है। मैं ऐसा मानता हूं कि कांग्रेस के सभी वरिष्ठ ने विश्वास करके मुझे अपना प्रत्याशी रायपुर दक्षिण विधानसभा से बनाया।
प्रदेश में अप्रत्याशित रहा परिणाम
महंत राम सुंदर दास ने कहा, सभी कार्यकर्ताओं ने एक साथ मिलकर बहुत मेहनत की, लेकिन परिणाम अप्रत्याशित रहा। बहुत लंबे वोटों के अंतर से पराजय का सामना करना पड़ा है, जिसकी नैतिक जिम्मेदारी मैं स्वयं को मानता हूं। मैं दूधाधारी मठ का सेवक हूं। मठ के साथ-साथ जनता जनार्दन का सेवा करते आया हूं। उन्होंने कहा, पार्टी में मैं सहज जुड़ा था। किसी उम्मीद के साथ नहीं गया था। दूधाधारी मठ ने मुझे बहुत कुछ दिया है। किसी चीज की कोई उम्मीद या अभिलाषा नहीं है। जन सेवा मैं कर ही रहा हूं और करता रहूंगा।