महासमुंद. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के सुशासन को पलीता लगाने पर सरकारी सेवक अमदा है। ऐसे ही एक अफसर पर कार्रवाई की गाज गिरी है। दुष्कर्म के मामले में रिपोर्ट नहीं लिखना थानेदार को महंगा पड़ गया। पीड़िता की शिकायत के बाद महासमुंद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कोमाखान थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। इधर अधिकारी पर कार्रवाई की खबर मिलते ही आनन-फानन में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दुष्कर्म की पीड़िता FIR दर्ज कराने के लिए कोमाखान थाना पहुंची थी। उसने कांग्रेस नेता उत्तम राणा पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, लेकिन उसे काफी देर बिठाने के बावजूद FIR नहीं लिखी गई। पीड़िता ने इसकी शिकायत टीआई शैलेन्द्र नाग से की, लेकिन उन्होंने भी पीड़िता को चलता कर दिया। पीड़ित युवती ने FIR दर्ज नहीं होने पर सीधे एसपी आशुतोष सिंह से मुलाकात की और कोमाखान थाने के टीआई के खिलाफ शिकायत कर दी।
शिकायत के बाद SP काफी नाराज हुए। उन्होंने अधीनस्थों को तत्काल टीआई के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया। टीआई द्वारा FIR दर्ज नहीं करने की पुष्टि होने के बाद एसपी आशुतोष ने तत्काल प्रभाव से टीआई शैलेंद्र नाग को सस्पेंड कर दिया है। इधर, जब पीड़िता द्वारा प्रकरण की शिकायत एसपी से किए जाने और टीआई पर गाज गिरने की जानकारी कोमाखान थाने पहुंची तब आनन-फानन में FIR दर्ज कर आरोपी उत्तम राणा को गिरफ्तार भी किया गया है।