प्रदीप चोपड़ा. बालोद
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन बागी उम्मीदवारों ने सियासी नेताओं की धड़कनें तेज कर दी है। बालोद जिले में निर्दलीय प्रत्याशी मीना साहू की नामांकन रैली ने भाजपा-कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। मीना साहू ने नामांकन के बहाने ताकत दिखाकर राजनीतिक समीकरण बिगाड़ दिया है। रैली ने जब बालोद शहर का भ्रमण किया तो घरों के सामने लोगों का हुजूम देखते ही बन रहा था। कई जगहों पर तो लोग मीना को आशीर्वाद देते हुए नजर आए। एक अनुमान के मुताबिक रैली में 6 से 7 हजार लोगों के शामिल होने की बातें कही जा रही है। मीना साहू के नामांकन के बाद अब संजारी बालोद विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगड़ना तय है।
सोमवार को विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था। पार्टी सहित कई निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस से नाराज होकर मीना साहू ने पर्चा भरा है। मीना साहू के नामांकन से अब संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला रोचक हो गया है। बालोद के लोग मान रहे हैं कि यह रैली भाजपा और कांग्रेस की रैली से बड़ी थी। इसका असर चुनाव में जरूर दिखेगा। वहीं लोगों का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस की जो रैली थी, वह तीनों विधानसभा की संयुक्त रैली थी, जबकि यह मीना साहू की एक अकेले प्रत्याशी की रैली थी। औसत निकालने पर यह स्पष्ट हो गया कि मीना साहू की रैली कांग्रेस और भाजपा की रैली पर भारी पड़ी है। मीना साहू वर्तमान में जिला पंचायत की सदस्य भी हैं।
मीना को सर्व समाज से मिल रहा समर्थन
रैली में सर्व समाज के लोग शामिल हुए। गुरुर और बालोद क्षेत्र के लोग अपने-अपने गांव से समर्थकों को लेकर पहले गंगा मैया परिसर और फिर उसके बाद सरदार पटेल मैदान पहुंचे। यहां से रैली की शक्ल में मीना साहू ने नगर भ्रमण किया। बताया जाता है कि मीना साहू ने सर्व समाज के लोगों से समर्थन की अपील की है। कई समाज के लोगों से वह मिल भी चुकी है। सभी ने समर्थन देने का आश्वासन दिया है। साहू समाज ने तो बकायदा जीत का संकल्प लिया है। खास बात यह भी रही कि यहां पर कई समाज के लोगों ने अपना संबोधन दिया और मीना साहू को विजयश्री दिलाकर विधानसभा भेजने की बात कही। इस दौरान लगातार अब नहीं साहिबो कांग्रेस और भाजपा ला बदल के राहिबो के नारे भी जनता लगाती रही।
मैं निर्दलीय नहीं सर्व समाज की प्रत्याशी हूं
इस अवसर पर निर्दलीय प्रत्याशी मीना साहू ने कहा कि मैं निर्दलीय प्रत्याशी नहीं हूं। मैं सर्व समाज की प्रत्याशी हूं। सभी समाज के लोगों ने मुझे खड़ा किया है। कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ मुझे अपना समर्थन दिया है। मैंने जीवनभर पार्टी की सेवा की, लेकिन जब टिकट की बारी आती है तो एक परिवार विशेष को टिकट दे दी जाती है। पार्टी के कई लोगों ने भी टिकट बदलने की मांग की थी, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। मैं आप सबके समर्थन से निश्चित रूप से विजय होऊंगी यह मुझे आप सब लोगों को यहां देखकर विश्वास हो गया है। मीना साहू ने कहा कि सभी लोग एक होकर आज से अभियान में जुट जाएं और अपनी बहन को जीत दिलाकर ही दम लें।
संगठन में नहीं थी पूछ परखः ललिता साहू
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य ललिता पीमन साहू ने कहा कि हमें बैठकों तक की जानकारी नहीं दी जा रही थी। इसकी वजह से नाराजगी थी। टिकट बदलने की भी मांग पुरजोर ढंग से की गई थी, लेकिन इसे भी अनसुना कर दिया गया। ललिता पिमन साहू ने कहा कि मीना साहू को पूरा समर्थन देते हैं और हमारे सभी कार्यकर्ता मीना साहू के लिए काम करेंगे। उसे हम जीता कर ही दम लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में छोटे कार्यकर्ताओं का कोई मान सम्मान नहीं है।