चंडीगढ़। पंजाब में खेल और खिलाड़ियों पर भगवंत मान सरकार मेहरबान है। खिलाड़ियों के सम्मान राशि में भारी इजाफा किया गया है। पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने चंडीगढ़ में पंजाब की नई खेल नीति को लेकर मीडिया में जानकारी दी। खेल नीति पर शनिवार को कैबिनेट बैठक में मुहर लग चुकी है। नई खेल नीति के तहत ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार से सम्मानित करने का प्रावधान रखा गया है। पंजाब सरकार ने ओलंपिक पदक विजेताओं की इनामी राशि बढ़ा दिया है। पहले की नीति में गोल्ड पाने वाले को 2.25 करोड़, रजत को 1.5 करोड़ रुपये का नकद इनाम मिलता था। नई पॉलिसी में अब यह यह ईनाम राशि 3 करोड़, 2 करोड़ और 1 करोड़ रुपये होगी।
खेल मंत्री ने बताया कि नए खेल मुकाबलों में स्पेशल ओलंपिक, डैफ ओलंपिक, पैरा वर्ल्ड गेम्स (75, 50 और 30 लाख रुपये), बैडमिंटन के थोमस कप, बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल ( 75, 50 और 40 लाख रुपये), टेनिस के सभी ग्रैंड स्लैम (75, 50 और 40 लाख रुपये), अजलान शाह हॉकी कप (75, 50 और 40 लाख रुपये), डायमंड लीग और मान्यता प्राप्त इंटरनेशनल संस्थाओं के मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट (75, 50 और 40 लाख रुपये), डैफ वर्ल्ड कप, ब्लाइंड वर्ल्ड कप (60, 40 और 20 लाख रुपये), यूथ ओलंपिक खेल (50, 30 और 20 लाख रुपये) शामिल किए गए हैं।
गांव स्तर पर खेल मैदान बनाए जाएंगे
पंजाब के खेल मंत्री ने बताया कि गांव स्तर पर खेल मैदान बनाए जाएंगे। हर गांव को कुल बजट की 25 प्रतिशत वन टाइम मैचिंग ग्रांट देने की व्यवस्था होगी। बेहतर कोचिंग, खेल समान और रिफरैशमेंट वाली कलस्टर स्तर की 1000 खेल नर्सरियां बनाई जाएंगी। 25 लाख रुपये प्रति नर्सरी के हिसाब इसका कुल 250 करोड़ रुपये बजट होगा। राष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों के लिए खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए हर जिले में 200 खिलाडिय़ों के स्पोर्टस होस्टलों वाला जिला खेल ढांचा बनाया जाना है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस स्टेट लेवल के सैंटर स्थापित किए जाएंगे।