नई दिल्ली-रायपुर.न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ की 70 सीटों और मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 75.08 फीसदी वोटिंग हुई। इसके अलावा मध्य प्रदेश की सभी सीटों 76.22% मतदान दर्ज किया गया। छत्तीसगढ़ की 20 सीटों पर 7 नवंबर को पहले चरण में मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण में 70 सीटों पर शुक्रवार को वोट डाले गए। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ है। पांच चुनावी राज्यों के परिणाम 3 दिसंबर को एक साथ आएंगे।
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण की सीटों पर चुनाव लड़ रहे 958 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है, लेकिन कई शहरी सीटों पर वोटिंग प्रतिशत कम होने के कारण मुकाबला कड़ा हो गया है। इसमें रायपुर जिले के चार सीटें शामिल हैं, जहां 60 फीसदी से कम वोट पड़े हैं। इसी तरह बिलासपुर विधानसभा में भी केवल 56.28 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं पूरे 70 में सबसे ज्यादा वोटिंग खरसिया विधानसभा में 86.54 फीसदी हुई है। इसके साथ कुरूद और सिहावा विधानसभा में 86-86 फीसदी मतदान हुआ है। शहरों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के विधानसभा में ज्यादा वोटिंग हुई है।
रायपुर और बिलासपुर में इस बार वोटिंग कम हुई है। इन 70 सीटों में सबसे कम वोटिंग रायपुर पश्चिम विधानसभा में हुई है। निर्वाचन आयोग के आंकड़े के अनुसार, रायपुर पश्चिम विधानसभा में 55.93 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं रायपुर ग्रामीण में 57.2 प्रतिशत, रायपुर उत्तर में 57.8 प्रतिशत, रायपुर दक्षिण में 59.99 प्रतिशत और बिलासपुर विधानसभा में 56.28 फीसदी वोटिंग हुई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन सीटों में कड़ा मुकाबला हो सकता है और हार-जीत का अंतर भी बेहद कम होगा। कमजोर मतदान वाले विधानसभा सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण की वोटिंग
- भरतपुर-सोनहत में 81.8 प्रतिशत
- मनेंद्रगढ़ में 74.02 प्रतिशत
- बैकुंठपुर में 81.79 प्रतिशत
- प्रेमनगर में 79.56 प्रतिशत
- भटगांव में 81.35 प्रतिशत
- प्रतापपुर में 79.44 प्रतिशत
- रामानुजगंज में 83.5 प्रतिशत
- सामरी में 83.42 प्रतिशत
- लुण्ड्रा में 85.1 प्रतिशत
- अंबिकापुर में 75.58 प्रतिशत
- सीतापुर में 81.31 प्रतिशत
- जशपुर में 75.93 प्रतिशत
- कुनकुरी में 77.29 प्रतिशत
- पत्थलगांव में 78.66 प्रतिशत
- लैलूंगा में 85.44 प्रतिशत
- रायगढ़ में 78.8 प्रतिशत
- सारंगढ़ में 79.37 प्रतिशत
- खरसिया में 86.54 प्रतिशत
- धर्मजयगढ़ में 86 प्रतिशत
- रामपुर में 76.65 प्रतिशत
- कोरबा में 66.3 प्रतिशत
- कटघोरा में 74.02 प्रतिशत
- पालीतानाखर में 80.38 प्रतिशत
- मरवाही में 78.27 प्रतिशत
- कोटा में 73.2 प्रतिशत
- लोरमी में 67.98 प्रतिशत
- मुंगेली में 67.3 प्रतिशत
- तखतपुर में 73.52 प्रतिशत
- बिल्हा में 69.63 प्रतिशत
- बिलासपुर में 56.28 प्रतिशत
- बेलतरा में 65.71 प्रतिशत
- मस्तूरी में 66.4 प्रतिशत
- अकलतरा में 74.13 प्रतिशत
- जांजगीर चांपा में 74.59 प्रतिशत
- सक्ती में 76.7 प्रतिशत
- चंद्रपुर में 68.66 प्रतिशत
- जैजैपुर में 69.5 प्रतिशत
- पामगढ़ में 67.48 प्रतिशत
- बिलाईगढ़ में 70.39 प्रतिशत
- सरायपाली में 81.68 प्रतिशत
- बसना में 83.47 प्रतिशत
- खल्लारी में 81.34 प्रतिशत
- महासमुंद में 75.17 प्रतिशत
- कसडोल में 73.6 प्रतिशत
- बलौदाबाजार में 76.1 प्रतिशत
- भाटापारा में 75.1 प्रतिशत
- धरसीवां में 77.63 प्रतिशत
- रायपुर ग्रामीण में 57.2 प्रतिशत
- रायपुर पश्चिम में 55.93 प्रतिशत
- रायपुर उत्तर में 57.8 प्रतिशत
- रायपुर दक्षिण में 59.99 प्रतिशत
- आरंग में 74.12 प्रतिशत
- अभनपुर में 83 प्रतिशत
- राजिम में 82.04 प्रतिशत
- बिंद्रनवागढ़ में 83.2 प्रतिशत
- सिहावा में 86 प्रतिशत
- कुरूद में 86 प्रतिशत
- धमतरी 81 प्रतिशत
- संजारी बालोद में 84.7 प्रतिशत
- डौंडीलोहारा में 81.24 प्रतिशत
- गुंडरदेही में 83.1 प्रतिशत
- पाटन में 84.12 प्रतिशत
- दुर्ग ग्रामीण में 74.79 प्रतिशत
- दुर्ग सिटी में 66.48 प्रतिशत
- भिलाई नगर में 66.34 प्रतिशत
- वैशाली नगर में 65.67 प्रतिशत
- अहिवारा में 72.02 प्रतिशत
- साजा में 77.8 प्रतिशत
- बेमेतरा में 79.55 प्रतिशत
- नवागढ़ में 75 प्रतिशत