दंतेवाड़ा. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में माओवादियों पर फोर्स का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। 2024 में नक्सलवाद के खिलाफ मुहिम में सुरक्षाबल माओवादियों पर भारी पड़े हैं। इस दौरान कई नक्सलियों के एनकाउंटर हुए, गिरफ्तारियां की गई और कई माओवादियों ने स्वयं सामने आकर हथियार डाल दिए। इसी कड़ी में एक माओवादी नेता सुधरू कश्यप ने दंतेवाड़ा के एसपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सुधरू पर पुलिस ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि सुधरू कई लंबे समय से नक्सल वारदातों में शामिल रहा है। उन्होंने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को राज्य की पुनर्वास योजना का लाभ भी मिलेगा। फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है, ताकि नक्सल गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सके। दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 208 इनामी सहित कुल 888 माओवादी सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट चुके हैं।
फोर्स के दबाव में बैकफुट पर नक्सली
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में फोर्स के दबाव में नक्सली बैकफुट पर हैं। माओवादियों ने बौखलाहट में 5 से 23 दिसंबर के बीच बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 10 लोगों की हत्या की है। इन मृतकों में 3 भाजपा कार्यकर्ता और 1 आंगनबाड़ी सहायिका भी शामिल हैं। नक्सलियों ने इन हत्याओं का आरोप पुलिस की मुखबिरी करना बताया है। फोर्स की आक्रमक रणनीति और मुठभेड़ों की वजह से नक्सलियों को भारी नुकसान भी हुआ है।