ग्वालियर. न्यूजअप इंडिया
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूलने के मामले में कलेक्टर ने बड़ा एक्शन लिया है। कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने शहर के तीन बड़े स्कूलों पर दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। फीस वृद्धि पर स्कूलों को एक महीने पहले नोटिस जारी किया गया था। इन स्कूलों को विद्यार्थियों के अभिभावकों को फीस वापस करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन इन स्कूलों ने फीस वापस नहीं किया। इसके बाद कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है।
जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटिहार ने बताया कि जिला स्तरीय समिति के अनुमोदन के बिना तीन प्राइवेट स्कूल सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, कार्मल कॉन्वेंट और रामश्री कृष्णा स्कूल ने 10 फीसदी से अधिक फीस वृद्धि की थी। जांच में यह मनमानी पकड़े जाने के बाद कलेक्टर ने तीनों स्कूलों को आदेश दिया था कि सभी विद्यार्थियों को बढ़ी फीस वापस किया जाए। कलेक्टर ने एक महीने का समय भी दिया था, लेकिन स्कूलों ने फीस वापसी पर कोई पहल नहीं की।
रुपये लौटने में टालमटोल करने लगे
एक महीना बीत जाने के बाद स्कूल संचालकों को तलब किया गया। पालकों को राशि वापस नहीं करने पर कार्रवाई की बात कही गई, तब स्कूल संचालकों ने कुछ दिन की मोहलत मांगते हुए कहा कि अभी वह हिसाब लगा रहे हैं। कुछ दिनों बाद विद्यार्थियों की फीस वापस कर देंगे। कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने स्कूल संचालकों की मनमनी को देखते हुए तीनों स्कूलों पर दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है। आदेश नहीं मानने पर पंजीयन रद्द हो सकता है।
MP में एक्शन और छत्तीसगढ़ में चुप्पी
पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में शिक्षा को व्यवसाय बनाने वाले निजी स्कूलों पर लगातार एक्शन लिया जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में निजी स्कूलों की मनमानी लगातार जारी है। कितनी ही निजी शिक्षा संस्थाएं पालकों की जेब पर डाका डालकर अंधाधुंध काली कमाई कर रही हैं। स्कूल विद्यादान की बजाय व्यापार का केंद्र बन चुके हैं। ग्वालियर से पहले जबलपुर में निजी स्कूलों पर कार्रवाई की गई थी। 300 करोड़ रुपये की अवैध कमाई का अनुमान प्रशासन ने लगाया है।