रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला को लेकर एक बार फिर सोशल मीडिया पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा है- ‘प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच का प्रतिफल मिलने लगा है। बैंक के खाते में 28.5 लाख रुपये जमा हुए हैं। अभी सारा पैसा लौटेगा। घोटाला करने वाले जेल भी जाएंगे।’ दरअसल 11 अगस्त को बैंक के खाते में एक फाइनेंस कंपनी ने 28.50 लाख रुपये ऋण किस्त के रूप में जमा किया है।
प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच का प्रतिफल मिलने लगा है। बैंक के खाते में 28.5 लाख रुपए जमा हुए हैं।
अभी सारा पैसा लौटेगा। घोटाला करने वाले जेल भी जाएंगे। pic.twitter.com/HCXv9Fhm1V— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 11, 2023
बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मीडिया और सोशल मीडिया में नान घोटाला, पनामा पेपर, चिटफंड घोटाला को लेकर हमलावर रहे हैं। भूपेश बघेल ने इससे पहले 14 अक्टूबर 2022 को भी प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले का वीडियो अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर किया था, जिसमें बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट था। उस समय भूपेश बघेल ने ट्विटर पर लिखा था- Here is a special pre diwali gift for “भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह”
Here is a special pre diwali gift for “भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह”
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 14, 2022
वीडियो में पूर्व सीएम सहित 4 मंत्रियों के नाम
सीएम भूपेश बघेल द्वारा पिछले साल जारी किए गए वीडियो में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा करोड़ों रुपये के घालमेल का दावा किया गया था। वीडियो में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, तत्कालीन गृह और सहकारिता मंत्री रामविचार नेताम, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, तत्कालीन वित्त मंत्री अमर अग्रवाल के अलावा डीजीपी ओपी राठौड़ समेत अन्य अधिकारियों के साथ करोड़ों रुपयों की लेन-देन की बात कही गई थी। वीडियो में कुल 19 करोड़ रुपये का लेन-देन बताया गया था।
न्यायालय के आदेश पर पुलिस कर रही जांच
बता दें कि 2007 में इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक में 54 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। कोतवाली पुलिस ने बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया था। नार्को टेस्ट में मैनेजर ने कई प्रभावशाली नेताओं का नाम लेकर उन्हें पैसे देने की बात की थी। राज्य सरकार की अपील पर रायपुर न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायाधीश ने जांच की अनुमति दी है। 10 अभियुक्तों के अलावा पालिग्राफिक टेस्ट, ब्रैन मैपिंग और नार्को टेस्ट के आधार पर जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनसे कोतवाली पुलिस पूछताछ भी कर रही है। प्रदेश में यह मामला काफी सुर्खियों में रहता है।