कोलकाता. एजेंसी। बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ चक्रवात ‘रेमल’ रविवार आधी रात को लैंडफाल करेगा। इसे लेकर पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। राज्य के तटीय इलाकों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 12 टीमों को तैनात किया गया है। नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल भी अलर्ट पर है। कोलकाता में हवाई उड़ान को 21 घंटे रद्द कर दिया है। कुछ ट्रेनों को भी रद्द करने की खबर है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, चक्रवात इस समय बंगाल की खाड़ी से 270 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व दिशा में है। इसके रविवार आधी रात को बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में स्थित सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपूपाड़ा के बीच के तटवर्ती इलाकों से होकर गुजरने का पूर्वानुमान है। इसके प्रभाव से बंगाल के विभिन्न जिलों में अति भारी बारिश की संभावना है। 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों के आसमान में रविवार सुबह से ही बदली छाई हुई है और तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई है। बीच-बीच में बारिश भी हो रही है। चक्रवात के बाबत राज्य सचिवालय नबान्न में कंट्रोल रूम खोला गया है। राहत सामग्रियों, जरूरी दवाओं और अन्य सभी जरुरी चीजों का भंडारण किया गया है। रेमल के आगमन को देखते हुए कोलकाता हवाई अड्डे से रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए हवाई सेवा को निलंबित करने की घोषणा की गई है। अधिकारियों ने कहा कि कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह में भी रविवार शाम से 12 घंटे के लिए सभी कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग कार्यों को निलंबित कर दिया जाएगा। बंदरगाह क्षेत्र में रेलवे परिचालन भी निलंबित रहेगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, रेमल एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। यह रविवार आधी रात तक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के बीच जमीन से टकराएगा। समुद्र में मछुआरों को 27 मई तक नहीं जाने और वहां मौजूद मछुआरों की हिदायत दी जा चुकी है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी दी है। बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन दो जिलों में बड़े नुकसान की आशंका है।