रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत और कांग्रेस की हार के बाद सत्ता में बड़े पदों पर आसीन लोगों के इस्तीफा का दौर चल रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद भूपेश बघेल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया। अब भूपेश बघेल के चार सलाहकारों ने भी इस्तीफा दे दिया है। राज्य शासन ने उनकी सेवाएं खत्म कर दी है। इसी के साथ ही उनकी सारी सरकारी सुविधाओं को भी वापस ले लिया गया है।
भूपेश बघेल के चार सलाहकारों में राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, पंचायत और ग्रामीण विकास सलाहकार प्रदीप शर्मा, संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी और मीडिया सलाहकार रूचिर गर्ग शामिल हैं। इस्तीफे के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आगे की कार्रवाई करने सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) को भेज दिया है। 1 दिसंबर से इनकी सेवाएं समाप्त करते हुए सारी सुविधाएं वापस ले ली गई है। वहीं सलाहकारों को सरकारी बंगला भी खाली करने कहा गया है।
बता दें कि भूपेश बघेल के इस्तीफा देने के बाद महाअधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा और संविदा नियुक्ति में प्रमुख सचिव शिक्षा के पद पर सेवा दे रहे पूर्व आईएएस डॉ. आलोक शुक्ला अपना इस्तीफा राज्य शासन को भेज चुके हैं। इसके साथ ही ग्रामोद्योग बोर्ड अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी, आरडीए अध्यक्ष ने भी अपना इस्तीफा विभागीय सचिव को सौंप दिया है। निगम मंडल में काबिज लोगों ने भी पद छोड़ना शुरू कर दिया है। अफसरों को उनके मूल विभाग में भेजा जा रहा है।