भिलाई. न्यूजअप इंडिया
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का आयोजन भिलाई के रूंगटा इंजीनियिरंग कॉलेज में किया गया है। टेक्लोलॉजी के इस महाकुंभ में भाग लेने देश कई राज्यों के 200 से ज्यादा कंप्यूटर इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स रूंगटा कॉलेज पहुंचे हैं। स्टूडेंट्स केंद्र और राज्य सरकार सहित आम लोगों की जिंदगी में शिक्षा, परिवहन, पर्यटन और शहरी विकास में आ रही समस्याओं का समाधान करेंगे। तकनीकी स्टूडेंट्स को टास्क दिया गया है। स्टूडेंट्स 36 घंटे काम करके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उपकरण बनाएंगे।
बता दें कि मध्य भारत के छत्तीसगढ़ में इस बार नेशनल स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का आयोजन ट्विनसिटी भिलाई-दुर्ग के रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज और बीआईटी में हो रहा है। इसे टेक्नोलॉजी का महाकुंभ भी कहा जा रहा है। देश के प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों के 276 टेक्नोक्रेट्स भारत को प्रौद्योगिकी समृद्ध बनाने ऐप, वेबसाइट्स और टूल तैयार कर रहे हैं। स्टूडेंट्स से मिले आइडिया को केंद्र सरकार अपने विभिन्न मंत्रालयों में अमल में लाएगी। इससे आधुनिक भारत की परिकल्पना भी साकार होगी।
रूंगटा आर-1 को मिली बड़ी जिम्मेदारी
एआईसीटीई ने इस बार स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले-2023 कराने की जिम्मेदारी रूंगटा आर-1 कॉलेज को दी है। आरसीईटी को नोडल सेंटर बनाया गया है। यह कार्यक्रम 19 दिसंबर से शुरू हुआ और 20 दिसंबर तक चलेगा। स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में टेक्नोलॉजी के धुरंधर स्टूडेंट्स 36 घंटे नॉन स्टॉप प्रोग्रामिंग कोडिंग के माध्यम से देश में पर्यटन, शिक्षा, शहरी विकास और परिवहन के क्षेत्र में आ रही समस्या का हल निकालेंगे। भिलाई में छत्तीसगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, ओडिशा सहित देश के कई राज्यों के स्टूडेंट्स इस महाकुंभ में शामिल होने आए हैं।
समस्याओं को दूर करने में मिलेगी मदद
बता दें कि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य तकनीकी विद्यार्थियों को देश और समाज के साथ लोगों को दैनिक जीवन में होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करने मंच प्रदान करना है। स्मार्ट इंडिया हैकथॉन ने 25 मंत्रालयों के 51 विभागों से प्राप्त 231 समस्याएं चिन्हित की है, जिनका हल ये तकनीकी विद्यार्थी निकाल रहे हैं। इन विद्यार्थियों के मेहनत से एक नया अध्याय लिखा जाएगा।
छत्तीसगढ़ को नेतृत्व करने का मौका मिला
आरसीईटी के टेक्नीकल हेड डॉ. अजय कुशवाहा ने बताया कि आधुनिक भारत की दिशा में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन मिल का पत्थर साबित होगा। सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की मदद से ऐप बनाए जाएंगे, जिससे आम लोगों को काफी मदद मिलेगी। दिल्ली जैसे घनी आबादी वाले इलाके में इसका लाभ मिलेगा। पर्यटन को बढ़ावा देने में इन एप्स की बड़ी भूमिका होगी। छत्तीसगढ़ के पर्यटन को और प्रसिद्धि मिल सकती है। अजय कुशवाहा ने बताया कि सॉफ्टवेयर एडिशन रूंगटा कॉलेज में चल रहा है। यह हमारे कॉलेज और छत्तीसगढ़ की बड़ी उपलब्धि है। यहां के बच्चों को मौका मिल रहा है। छत्तीसगढ़ को नेतृत्व करने का मौका मिल रहा है।
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