भोपाल। मध्य प्रदेश के नीमच में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर कुछ लोगों ने पथराव किया। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर यात्रा को घेर लिया था। करीब 100 से 150 लोग यात्रा के सामने आ गए। भाजपा नेताओं ने काफी देर तक उन्हें समझाने की कोशिश की। तभी अचानक यात्रा पर पथराव शुरू हो गया। ग्रामीणों ने सड़क पर पत्थर जमा कर रखे थे। इस हमले में यात्रा में शामिल वाहनों के कांच फूट गए हैं। इस घटना के बाद भाजपा-कांग्रेस के बीच राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपाई इसे कांग्रेसियों की करतूत बता रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार रात करीब 8 बजे जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर रामपुरा क्षेत्र के राउली कुड़ी गांव में हुई। यात्रा पर हमले की वजह चीता प्रोजेक्ट को लेकर विरोध बताया जा रहा है। दरअसल वन विभाग प्रोजेक्ट के तहत जंगल में फेंसिंग कर रहा है, जिससे ग्रामीणों के पशुओं को आने जाने नहीं दिया जा रहा है। इसी बात को लेकर ग्रामीण भड़क गए। यात्रा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, बंशीलाल गुर्जर और मनासा विधायक माधव मारू भी यात्रा के साथ थे। ग्रामीणओं को काफी समझाया गया, लेकिन वे काफी देर तक रोड पर ही खड़े रहे। भाजपा नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस ने यह हमला कराया है।
योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस ने कराया हमला
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यात्रा की सफलता और जनमानस के समर्थन से कांग्रेस घबरा गई है। ‘हमारी यात्रा को बाधित करने की कोशिश’ की गई है। पेड़ के पीछे छिपे कांग्रेसी गुंडों ने हमला किया। हम डरने वाले नहीं हैं। योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। हम ताकत से आगे बढ़ाने का काम करेंगे। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह गुंडा प्रवृत्ति के लोग हैं। कांग्रेसियों ने छिपकर रथयात्रा पर सुनियोजित हमला किया गया हैं। इनके गुंडागर्दी का चरित्र सामने आया है। पुलिस प्रशासन भी इस पर जांच कर रही है। आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
18 साल में जो दिया वहीं ब्याज सहित मिलेगा
पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि ‘समाज के हर वर्ग का उत्पीड़न करने के बाद भी शिवराज सरकार को लगता है कि जनता उन पर पत्थर नहीं, फूल बरसाएगी। अभी दो दिन पहले सबने देखा कि किस तरह शिवराज सरकार ने चयनित पटवारियों की बर्बरतापूर्वक पिटाई कराई। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे चयनित पटवारी और चयनित शिक्षकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर दिए। दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और सर्व समाज शिवराज सरकार के अत्याचार, घोटाले और कमीशन राज से त्रस्त है। इन्होंने 18 साल के शासन में जनता को जो दिया है, जनता उसी को मय ब्याज के लौटाने को तत्पर है। मैं जनभावनाओं को भली भांति समझता हूं, लेकिन मेरा अनुरोध है कि विरोध को लोकतांत्रिक तरीके में रखें और अपराधियों को दंडित करने का काम न्यायालय को ही करने दें।’
शिवराज की “अवसरवाद यात्रा” के खिलाफ गुस्सा
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि ‘नीमच, मध्यप्रदेश का ये वीडियो तकलीफ़देह है, पर धरातल की असलियत भी दर्शाता है। शिवराज की “अवसरवाद यात्रा” के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है। पाप का घड़ा भर गया है। जहां हम हिंसा के कदापि पक्षधर नहीं, पर आक्रोशित युवाओं और महिलाओं को पुलिसिया डंडों से पीटना, दबाना भी उचित नहीं। मेरी मध्यप्रदेश के 8.5 करोड़ साथियों से विनम्र अनुरोध है कि केवल वोट की चोट से भाजपा को सबक़ सिखायें। मेरा श्रीमान शिवराज जी से भी अनुरोध है कि आए दिन जनता के विरोध को देखते हुए कुछ सीख लें और अवसरवाद यात्रा को फ़ौरन समाप्त कर दें, ताकि प्रदेश की शांति भंग न हो।’