मनेन्द्रगढ़. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अतिक्रमण हटाने को लेकर एक व्यवसायी ने तहसीलदार पर थप्पड़ जड़ दिया था। पुलिस ने व्यापारी और सीए नितिन अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। व्यापारी की गिरफ्तारी से नाराज छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने शनिवार को मनेंद्रगढ़ में दुकानें बंद कर दी है। शुक्रवार को तहसीलदार ने जेसीबी से दुकान में रखे सामान को तोड़वाया था। इस घटना को लेकर व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद यह घटना घटी। व्यापारी ने जिस समय तहसीलदार को थप्पड़ जड़ा उस समय पुलिस भी मौके पर मौजूद थी।
दरअसल, शुक्रवार को तहसीलदार मौहारपारा इलाके के गोपाल शीत गृह के पास पहुंचे, वहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को देख रहे थे। इसी दौरान युवा सीमेंट व्यवसायी और सीए नितिन अग्रवाल के साथ तहसीलदार की बहस हो गई। इस बीच नितिन अग्रवाल ने तहसीलदार को एक थप्पड़ और मुक्का जड़ दिया। दोनों के बीच काफी विवाद भी हुआ। मौके पर मौजूद पुलिस टीम नितिन अग्रवाल को थाने लेकर आई। तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त के साथ राजस्व अमला भी थाने पहुंचा। सिटी कोतवाली मनेन्द्रगढ़ में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने नितिन अग्रवाल को हिरासत में लिया है।
सीमेंट की सीट को जल्दी हटाने को लेकर विवाद
राजस्व अमले के मुताबिक तहसीलदार को थप्पड़ जड़ने वाले नितिन अग्रवाल की सीमेंट, छड़ की दुकान है। दुकान के बाहर नेशनल हाइवे की नाली है। नाली में दुकान का सीमेंट सीट रखा हुआ था, जिसे वहां मौजूद पटवारी दीपेंद्र सिंह ने हटवाने के लिए कहा। इसके बाद व्यवसायी नितिन सीमेंट सीट हटवा भी रहा था। इस बीच तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त ने जल्दी हटवाने को कहा, जिस पर नितिन अग्रवाल भड़क गया और तहसीलदार को थप्पड़ जड़ते हुए अपशब्द कहाने लगा।
व्यापारियों ने कार्रवाई को गलत बताया, दुकानें बंद
बीते सप्ताह अतिक्रमण हटाने के दौरान भी तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त विवादों में थे। उन्होंने एक व्यवसायी का मोबाइल छीन लिया था, जिसे बाद में व्यवसायी को लौटा दिया गया। नदीपार इलाके में अतिक्रमण हटाने के दौरान व्यवसायी प्रियम केजरीवाल ने बगैर नोटिस के अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को लेकर मोबाइल चालू कर वीडियो बनाते हुए तहसीलदार से सवाल किया था। जिससे आवेशित होकर तहसीलदार ने युवक का मोबाइल छीन लिया था। व्यवसायी को गिरफ्तार करने के बाद चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने कार्रवाई को गलत बताते हुए राजस्व अमले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।