26.1 C
Raipur
Sunday, September 8, 2024

उज्जैन में सावन की आखिरी महाकाल भस्म आरतीः श्रद्धालुओं का रेला, शाम को निकलेगी भोलेनाथ की सवारी

भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में सावन माह की 8वी भस्म आरती का हजारों श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। शाम 4 बजे भगवान महाकाल प्रजा का हाल जानने रुद्र स्वरूप में निकलेंगे। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी बाबा महाकाल का पूजा अर्चना कर सवारी में शामिल होंगे। संभावना जताई जा रही है कि सप्तऋषि कि नई बन कर आई मूर्तियों का लोकार्पण भी कर सकते हैं। महाकाल दर्शन करने कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह भी पहुंचे। सावन के अंतिम सोमवार होने की वजह से महाकाल में भक्तों की भारी भीड़ है। वीवीआईपी के आने की वजह से प्रशासनिक व्यवस्था भी तगड़ी है।

उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी बाबा महाकाल की सावन माह की आठवीं भस्म आरती में श्रद्धालु पहुंचे और बाबा के जयकारे लगाए। रात 12:00 से ही श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल होने के लिए लाइन में लग गए थे। रात 2:30 बजे बाबा महाकाल के पट खुले गए। सबसे पहले बाबा महाकाल को भस्म रमई की गई, उसके बाद बाबा महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया गया। साथ ही भांग अबीर गुलाल चढ़ाकर त्रिपुंड अर्पित किए गए। बाबा महाकाल का दर्शन करने प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री जयवर्धन सिंह भी पहुंचे और उन्होंने महाकाल की भस्म आरती का आनंद लिया।

सावन माह की आठवीं और अंतिम सवारी
28 अगस्त सोमवार को सावन माह की आठवीं और अंतिम सवारी शहर के विभिन्न मार्गों से निकलेगी। उसके बाद रामघाट पर स्थित शिप्रा नदी के जल से जल्द अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान महाकाल चांदी की पालकी में निकलेंगे। हाथी पर चंद्रमलेश्वर, दूसरे नवीन रथ पर जटाशंकर, मनमहेश गरुड़ रथ पर, शिव तांडव नंदी रथ पर उमा महेश और नए रथ पर श्री रुद्रश्वर मुखारविंद शामिल होंगे। 4 सितंबर को भादो माह की पहली और 11 को आखरी सवारी निकाली जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी आएंगे उज्जैन
मिली जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज सोमवार को में उज्जैन पहुंचेंगे। यहां महाकाल लोक में चल रहे फेस टू के कार्यों का अवलोकन करेंगे। साथ ही आंधी-तूफान में गिरी सप्तर्षि की मूर्तियां जो नई बनकर आई है। इसका लोकार्पण भी कर सकते हैं। इसके पश्चात सीएम महाकाल की पूजा अर्चन करने के बाद सवारी में शामिल होंगे। सावन के अंतिम सोमवार होने की वजह से महाकाल मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है। वहीं वीवीआईपी के आने की वजह से प्रशासनिक व्यवस्था भी तगड़ी है। महाकाल का दर्शन करने दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हैं।

Latest news
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here