- दंतेश्वरी माई से आशीर्वाद लेकर आया हूं, अगले चैत्र नवरात्रि तक ‘लाल आतंक’ समाप्त हो जाएगा
- बस्तर पंडुम के कार्यक्रम में शामिल हुए अमित शाह, विष्णुदेव सरकार के प्रयास को शाह ने सराहा
DANTEWADA. न्यूजअप इंडिया.कॉम
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिना लाग-लपेट के सीधे नक्सलवाद पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आज मैं मां दंतेश्वरी से आशीर्वाद लेकर आया हूं। अगले चैत्र नवरात्रि तक यहां से लाल आतंक समाप्त हो जाए, और हमारा बस्तर खुशहाल हो जाए। कोई भी नक्सली मारा जाता है तो किसी को आनंद नहीं होता है, लेकिन इस क्षेत्र को विकास चाहिए। शाह ने नक्सलियों से मुख्य धारा में जुड़ने का आह्वान किया और कहा कि आप हमारे अपने हैं। मेन स्ट्रीम में लौट आए तो ठीक नहीं तो सुरक्षा बल मोर्चा संभालेंगे।
बस्तर पंडुम के संभागीय कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पचास साल में जो विकास नहीं हुआ वह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन पांच साल में इस बस्तर को सब कुछ देना चाहते हैं, लेकिन यह तभी हो सकता है, जब बस्तर के अंदर शांति हो, बच्चे स्कूल जाएं, माताओं की स्वास्थ्य की चिंता हो, आदिवासी युवा कुपोषण से पीड़ित न हो, पढ़ाई-लिखाई से वंचित न हो, तहसील में छोटी से अस्पताल हो, जिला केंद्र में हर रोग का इलाज हो और हर घर तक सात किलो चावल मुफ्त में पहुंचे। शाह ने कहा कि किसी से डरने की जरूरत नहीं है। आपकी पूरी सुरक्षा भाजपा की डबल इंजन की सरकार करेगी। मोदी जी के राज में किसी को डरने की जरूरत नहीं है. मेरा पुन: निवेदन है कि हर गांव को नक्सलमुक्त करने का काम करे।
नक्सल मुक्त गांव को मिलेगा एक करोड़
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि बस्तर में तभी शांति आ सकती है, जब बस्तर के लोग तय करें कि हर गांव को नक्सल मुक्त कराएं। मुख्यमंत्री विष्णु देव और विजय शर्मा ने घोषणा किया है कि जो गांव नक्सली को सरेंडर कराएगा, उस गांव को नक्सलमुक्त घोषित कर एक करोड़ रुपये का राशि देंगे। यह बहुत बड़ी राशि है। इससे गांव का विकास होगा। अगले साल मार्च तक पूरे देश को इस लाल आतंक से मुक्त करने का काम भाजपा की सरकार करेगी।
2025 में 521 नक्सली सरेंडर कर चुके
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ आज हम हम दोनों तरह से आगे बढ़ रहे हैं। जो समझ गए हैं कि अब विकास के लिए हाथ में बंदूक की जरूरत नहीं है, अब कंप्यूटर की जरूरत है। विकास के लिए हाथ में आईईडी और हथगोला नहीं चाहिए, कलम चाहिए, वे सभी सरेंडर हो गए। 2025 के चौथे महीने के दौरान 521 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। वहीं 2024 में 881 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। शाह ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाया हूं, जो सरेंडर होंगे वे मेन स्ट्रीम में आएंगे और जो हथियार उठाएंगे उनके खिलाफ सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे। चाहे जो भी होगा।
ग्राम सभा कर नक्सलियों का सरेंडर कराएं
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विकास, विश्वास और विजय की लौ के साथ हमारा बस्तर आगे बढ़ रहा है। आज मैं सभी से अपील कर रहा हूं एक गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपये मिलेगा। गांव में सबके आधार कार्ड बनेंगे, सबके राशन कार्ड बनेंगे। हर गांव में छोटा दवाखाना होगा, स्कूल होगी। मेरी विनती है कि जितने भी नक्सली आपके गांव में हैं। गांव में सभा कर सरेंडर की प्रक्रिया में डाल दीजिए… हमारे गांव विकास का रास्ता खुल जाएगा।