ब्रिजटाउन. एजेंसी। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी रोहित शर्मा ने संन्यास ले लिया है। रोहित ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था। इसी मैच में युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड को 6 छक्के मारे थे। अब 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप जीतकर रोहित ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। संन्यास के समय रोहित के नाम इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा छक्के और सबसे ज्यादा शतक हैं। वहीं विराट कोहली ने भी T20 फार्मेट ने संन्यास ले लिया। दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि यही बेहतर समय है…।
रोहत शर्मा ने मैदान पर संन्यास क्यों नहीं लिया इसकी भी वजह है। रोहित शर्मा को बखूबी पता था कि विराट कोहली ने संन्यास का फैसला ले लिया है। फाइनल का नतीजा चाहे जो हो। विराट कोहली ने प्लेयर ऑफ द मैच लेने के समय ही संन्यास का ऐलान कर दिया। मैच के बाद पुरस्कार वितरण में रोहित ने उन्हें वह मौका दिया और अपने संन्यास का ऐलान नहीं किया। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय कप्तान ने टी20 मैच से संन्यास का फैसला दुनिया को बता दिया। उन्होंने वनडे और टेस्ट क्रिकेट खेलने की बात कहकर सभी फैंस के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। वहीं दोनों खिलाड़ियों के टी20 से संन्यास के बाद सबके मन में यह सवाल आ रहा है कि क्या दोनों दिग्गज को इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते देख पाएंगे या नहीं।
कभी संन्यास का नहीं सोचा थाः रोहित
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कभी टी20 क्रिकेट से विदा लेने के बारे में सोचा नहीं था, लेकिन उनके अनुसार विश्व कप ट्रॉफी जीतने के साथ विदा लेने से बढ़िया क्या हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 7 रन से हराने के बाद मीडिया से बातचीत में रोहित ने कहा कि ‘मैं अपने भविष्य के बारे में इस तरह से फैसले नहीं लेता। मुझे जो भीतर से अच्छा लगता है, मैं वही करता हूं। मैं आगे के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैंने कभी सोचा नहीं था कि टी20 से संन्यास लूंगा, लेकिन हालात परफेक्ट हैं। विश्व कप जीतकर विदा लेने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।’
भारत दूसरी बार बना वर्ल्ड चैंपियन
रोहित 2007 में पहले विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे। अपने सफर के बारे में उन्होंने कहा कि ‘मुझे बताया गया कि मैंने 2007 में शुरुआत की तब भी हमने विश्व कप जीता था और अब विश्व कप के साथ विदा ले रहा हूं। जिंदगी का चक्र पूरा हो गया। मैं बहुत खुश हूं। मैं उस समय 20 साल का था। मैं खिलाड़ियों से कहता हूं कि अपनी भूमिका निभाये। मैं उस समय पांचवें-छठे नंबर पर उतरता था।’