रायपुर. न्यूजअप इंडिया
केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बन गई है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। इधर रायपुर लोकसभा सीट से भारी मार्जिन से जीत के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने कैबिनेट मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। कैबिनेट में खाली हुए मंत्री पद और रायपुर दक्षिण से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों के नाम की चर्चा भी शुरू हो गई है। मंत्री बनने के लिए कुछ विधायक जुगाड़ भी जमा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि एक पुराना और एक नया विधायक मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ विधानसत्र के मानसून सत्र के पहले बृजमोहन अग्रवाल के उत्तराधिकारी और 13वें मंत्री की घोषणा हो जाएगी।
साय कैबिनेट को लेकर सियासी गलियारों में हो रही चर्चाओं में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत के नाम हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री रह चुकीं रेणुका सिंह का नाम भी चर्चा में है। रायपुर से राजेश मूणत के साथ बिलासपुर से अमर अग्रवाल का नाम लिस्ट में सबसे आगे दिखाई दे रहा है, क्योंकि दोनों सामान्य वर्ग से आते हैं और दोनों रमन सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साथ ही रायपुर और बिलासपुर दोनों बड़ी जगह होने के कारण दोनों में से एक को पार्टी जिम्मेदारी दे सकती है। वहीं राजनीतिक जानकार यह भी कहते हैं कि भाजपा का राष्ट्रीय संगठन नए विधायक को मौका देकर चौका भी सकती है। एक मंत्री पद रायपुर और दुर्ग जिले से मिलना तय है। अब यह नया नाम होगा या पुराना चेहरा यह भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री तय करेंगे।
क्या कहता है जातिगत समीकरण?
मंत्रियों की लिस्ट को देखें तो एससी कोटे से मंत्री दयालदास बघेल को पार्टी जिम्मेदारी दे चुकी है। वहीं एसटी कोटे से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ रामविचार नेताम और केदार कश्यप के नाम है। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग से डिप्टी CM अरुण साव (साहू समाज से), लक्ष्मी राजवाड़े, टंकराम वर्मा (कुर्मी समाज से) ओपी चौधरी (पटेल समाज से), श्याम बिहारी जायसवाल और लखनलाल देवांगन वर्तमान में मंत्री हैं। सामान्य वर्ग से डिप्टी सीएम विजय शर्मा है। बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। ऐसे में बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे देने के बाद हो सकता है कि किसी सामान्य वर्ग के ही विधायक को मंत्री पद मिल जाए। इसमें रायपुर जिले के विधायक को जगह मिल सकती है। खैर राजनीति है। सभी विधायक चाहते हैं कि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिले…।