रायपुर. न्यूजअप इंडिया
देश के कई राज्य इन दिनों भीषण गर्मी की मार से बिलख रहे हैं। इधर दक्षिण पश्चिम मानसून ने पूर्वानुमान से एक दिन पहले ही केरल में दस्तक दे दी है और धीरे-धीरे ये पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ रहा है। IMD की मानें तो अगले 24 घंटों में केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने की परिस्थिति अनुकूल रहेगी। इससे पहले मौसम विभाग ने केरल में 31 मई तक मानसून आने का अनुमान लगाया था। मध्य और उत्तर भारत को बारिश के लिए इंतज़ार करना पड़ सकता है।
छत्तीसगढ़ सहित देश में भीषण गर्मी के बीच यह राहत भरी खबर है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी से एक दिन पहले मानसून केरल और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में पहुंच चुका है। भारत में मानसून की एंट्री की सामान्य तारीख़ 1 जून मानी जाती है। मौसम विभाग ने मानसून को लेकर 31 मई का पूर्वानुमान लगाया था, लेकिन मौसम विभाग की भविष्यवाणी को गलत साबित करते हुए गुरुवार 30 मई को ही केरल सहित पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात के कारण बंगाल की खाड़ी में मानसून की शाखा काफ़ी सक्रिय है। दो दिनों से पूर्वोत्तर के राज्यों में मूसलाधार बारिश भी हो रही है।
चक्रवात रेमल बना मानसून की जल्दी का कारण
मौसम विभाग ने चक्रवात रेमल को मानसून के जल्दी आगमन को वजह माना है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे रेमल चक्रवात ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की और खींच लिया है, जिसकी वजह से पूर्वोत्तर में मानसून ने दस्तक दे दी है। पूर्वोत्तर में मानसून के आगमन की तारीख़ 5 जून मानी जाती है।
उत्तर और मध्य भारत में भी जल्द बरसेंगे बादल
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में मानसून 10 जून तक दस्तक दे सकता है। दिल्लीवसियों को मानसून के लिए अभी थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है। आमतौर पर दिल्ली और उत्तर भारत के इलाकों में मानसून के पहुंचने की तारीख़ 27 जून है। केरल और पूर्वोत्तर में मानसून की समय से पहले दस्तक से आशा जताई जा रही है कि उत्तर भारत में भी मानसून समय से पहले पहुंच सकता है।