रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण के साथ विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल को लेकर सियासी चर्चाएं उफान पर है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि कैबिनेट में नए और अनुभवी चेहरों को जगह मिलेगी। कुछ चेहरे भाजपा शासनकाल में बतौर मंत्री आप देख चुके हैं वो साय कैबिनेट में फिर देखने को मिल सकते हैं। मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरणों को विशेष ध्यान रखा जाएगा। सूत्रों का दावा है कि सीएम के शपथ से पहले आठ नए विधायकों के नाम फायनल हो गए थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। ऐसी भी चर्चा है कि शपथ ग्रहण के दिन विष्णुदेव साय को शीर्ष नेतृत्व ने कैबिनेट मंत्रियों के नामों की सूची भी थमा दी है। अब बंद लिफाफा में किसका नाम होगा इसके कयास लगाए जा रहे हैं।
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने शपथ ग्रहण के एक दिन पहले ही फैसला ले लिया था कि विष्णुदेव मंत्रिमंडल में फ्रेश विधायकों को मंत्री बनाया जाए। सीएम के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम भी नए हैं। इस बीच यह बातें भी सामने आई की रमन सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ विधायकों की अनदेखी भी नहीं की जा सकती। इसके बाद वर्गवार नाम तय किए गए हैं। फिलहाल, बाकी बचे 10 में से 8 मंत्री बनाए जाएंगे। दो मंत्रियों के पद खाली रखे जाएंगे। उन्हें लोकसभा चुनाव के बाद विधायकों के परफार्मेंस को देखकर भरा जाएगा। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सीएम फेस की तरह कैबिनेट में भी चौकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। कुछ नेताओं को संसदीय सचिव में अर्जेस्ट किया जाएगा।
शीर्ष नेतृत्व ने तय कर दिया है नाम
अंदर खाने से यह बातें भी सामने आती रही है कि केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रिमंडल के शपथ को स्थगित कर दिया है। सूत्रों का दावा है कि आठ नए विधायकों के नाम फायनल हो गए थे। 12 दिसंबर की देर रात उन्हें सूचना दिया जाना था, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री के शपथ को ओके कर दिया। इसी के साथ मध्यप्रदेश में भी मंत्रियों के शपथ को टाल दिया गया है। अब नए सिरे से साय कैबिनेट के लिए मंत्रियों के नामों पर मंथन और मंत्रणा का दौर जारी है। वहीं राजनीति से जुड़े लोग यह भी बता रहे हैं कि नाम ऊपर से फाइनल होकर आ गया है, बस लिफाफा खोलना बाकी है। दो-तीन पुराने और बाकी नए चेहरे होंगे।
साय कैबिनेट में 12 मंत्रियों की जगह
आदिवासी बेल्ट बस्तर और सरगुजा से दो से तीन लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावना है। ऐसी चर्चा है कि रेणुका सिंह और गोमती साय में से किस एक का नंबर लग सकता है। वहीं बस्तर संभाग से दो और दुर्ग संभाग से दो लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। बिलासपुर संभाग से भी नाम होगा। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री, दो डिप्टी सीएम के साथ 12 मंत्री होंगे। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा को डिप्टी CM बनाए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जातिगत समीकरणों के हिसाब से कैबिनेट
मंत्रिमंडल में दो ओबीसी, 3 सामान्य वर्ग से और दो अनुसूचित जाति वर्ग के विधायकों को मौका मिल सकता है। विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में वरिष्ठ आदिवासी नेता रामविचार नेताम, विक्रम उसेंडी, केदार कश्यप, रेणुका सिंह, लता उसेंडी और गोमती साय के नाम की चर्चा है। OBC वर्ग से ओपी चौधरी, अजय चंद्राकर, धरमलाल कौशिक, ईश्वर साहू और सामान्य वर्ग से बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल के नाम की चर्चा है। वहीं सतनामी समाज से दयालदास बघेल, गुरु खुशवंत साहेब या डोमनलाल कोर्सेवाड़ा में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। प्रदेश के सह प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने मंत्रिमंडल को लेकर कहा था, विष्णुदेव साय कैबिनेट में पुराने लोगों का अनुभव और नए लोगों की ऊर्जा का समावेश होगा।