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Wednesday, March 12, 2025

ग्राम पंचायतों में अब नहीं चलेगी किसी भी SP की दखलंदाजी, मंत्रालय से आया सख्त आदेश… चुनाव के बाद शपथ-ग्रहण में यहां हुआ था खेला…

Arjun Jha. newsupindia.com
अब वह दिन लद गए जब खलील मियां खूब फाख्ता उड़ाया करते, SP के जलवे हुआ करते थे, हर काम में उनका दखल हुआ करता था। अब सारे SP साहब रौब गालिब नहीं कर पाएंगे। वे ग्राम पंचायतों के किसी भी काम में दखल नहीं दे पाएंगे। वैसे तो पहले भी यह कृत्य असंवैधानिक था, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा कड़ाई सरकार ने दिखाई है। छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय ने एक ऐसा आदेश जारी किया है, जो जलवे दिखाने का सपने संजोए बैठे सारे SP की नींद उड़ा देने वाला है।

छत्तीसगढ़ की ग्राम पंचायतों में निर्वाचित सभी महिला सरपंच अब खुलकर और पूरी तरह स्वतंत्र होकर अपना कामकाज निपटा पाएंगे। किसी भी एसपी की हिम्मत नहीं होगी कि उनके कामकाज में किसी भी तरह का दखल दें। एसपी यानि पुलिस अधीक्षक इसे अन्यथा न लें…। दरअसल हम बात कर रहे हैं उन एसपी की यानि सरपंच पतियों की…. जो अपनी पत्नियों की जगह ग्राम पंचायतों के सभी कार्यों में दखल देते रहे हैं। पिछले दिनों कबीरधाम जिले में तो हद ही हो गई थी। चुनाव में 6 महिलाओं को पंच पदों पर जीत मिली, सचिव ने उनके पतियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिला दी थी। मामले का खुलासा होने के बाद सचिव को निलंबित कर दिया गया। इस मामले पर प्रशासन की खूब किरकरी हुई।

महिला जनप्रतिनिधि के कामों में पति का दखल
छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय समय-समय पर ऐसे आदेश जारी करता रहा है। शासन का यह आदेश जलवे दिखाने का सपने संजोए बैठे सारे एसपी की नींद उड़ा देने वाला है। ऐसा आदेश पहले भी जारी होता रहा है। केंद्र सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश पर राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राज्य की सभी जिला एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आदेश दिया है कि ग्राम पंचायतों के कामकाज, कार्य संचालन, पर्यवेक्षण आदि में सरपंच पतियों, सगे संबंधियों के हस्तक्षेप पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए।

शासन के आदेश का ईमानदारी से हो पालन
इस आदेश के बाद अब पंचायत परिसरों में इन महाशयों की एक नहीं चलने वाली है। बशर्ते कि शासन के इस आदेश का ईमानदारी से पालन हो। एक दौर था जब सरपंच पति ग्राम पंचायतों में जाकर सरपंच की कुर्सी पर बैठ जाया करते थे, सारे काम भी वही निपटाया करते थे। महिला सरपंच सिर्फ हस्ताक्षर करने या अंगूठा निशानी लगाने का काम किया करती थीं। ग्रामीण सरपंच पतियों को SP साहब कहकर संबोधित करते थे। वे आज भी SP साहब कहलाएंगे, लेकिन उनका जलवा पहले जैसा नहीं रहेगा। महिला सरपंचों एवं पंचों की आड़ में उनके पति अपने हिसाब से ग्राम पंचायतों में काम करवाते थे और जमकर भ्रष्टाचार किया करते थे। नए आदेश के तहत ऐसा करने वाले पतियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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