रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 7 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है। कांग्रेस की यह अंतिम सूची है। कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की ऐलान कर दिया है। इस सूची में 4 विधायकों का टिकट काटा गया है, जिसमें कसडोल, सरायपाली, महासमुंद, सिहावा विधानसभा सीट शामिल है। रायपुर उत्तर की एक बची सीट पर विधायक कुलदीप जुनेजा को टिकट दिया गया है। धमतरी सीट के प्रबल दावेदार रहे गुरुमुख सिंह होरा को कांग्रेस ने किनारे लगा दिया है। उनकी जगह ओमकार साहू को उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस ने तीसरी में रायपुर उत्तर से रोकी गई सीट पर कुलदीप जुनेजा, बैकुंठपुर से अंबिका सिंहदेव को टिकट दिया गया है। सूची में महासमुंद से विनोद सेवनलाल चंद्राकर, कसडोल से शकुंतला साहू, सरायपाली से किस्मतलाल नंद और सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव का टिकट काटा गया है। बता दें कि कांग्रेस की पहली सूची में 8, दूसरी सूची में 10 और तीसरी सूची में 4 विधायकों का टिकट काटा गया। इस तरह कांग्रेस ने 22 सीटिंग विधायकों की टिकट काटा है।
टिकट काटे जाने से कई विधायक नाराज
बता दें कि 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास वर्तमान में 71 विधायक हैं। कांग्रेस पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट में कमजोर मिले विधायकों का टिकट काट दिया है। कांग्रेस ने इस बार मौजूदा 22 विधायकों का टिकट काटा है और उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया गया है। सिटिंग विधायकों की टिकट कटने का भारी विरोध भी हो रहा है। अंतागढ़ से कांग्रेस विधायक अनूप नाग निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुके हैं। वहीं सरगुजा संभाग में कांग्रेस कुछ विधायकों के दूसरे दलों में शामिल होने की चर्चा है। कुल मिलाकर कांग्रेस द्वारा टिकट काटने का भारी विरोध हो रहा है।
टिकट काटने से नाराज MLA बढ़ाएंगे टेंशन
बता दें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस बार मौजूद 22 विधायकों का टिकट काट दिया है। टिकट कटने से नाराज विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चिंतामणि महाराज ने भाजपा से अंबिकापुर के लिए टिकट की मांग की है। उन्होंने टिकट देने पर भाजपा में शामिल होने की बात कही है। मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल के गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में शामिल होने की शोर मचा हुआ है। विधायक बृहस्पत सिंह ने भी कांग्रेस के बड़े नेता पर भाजपा से सेंटिंग का आरोप लगाया है। दूसरी चरण के नामांकन का दौर शुरू हुआ। ऐसे में कई विधायक बागी होकर चुनाव भी लड़ सकते हैं।