रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर के एक पत्र ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में खलबली मचा दी है। उन्होंने भूपेश बघेल सरकार के समय से संविदा में कार्यरत IAS, IPS, IFS अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर उन्होंने इन अफसरों की संविदा नियुक्ति समाप्त करने का आग्रह किया है। उन्होंने अधिकारियों को कांग्रेस मानसिकता का बताया है। ननकीराम का यह पत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखे पत्र में कहा है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 में फायदा लेने की मंशा से कुछ अफसरों को संविदा नियुक्ति दी है। इन अधिकारियों में सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डीडी सिंह, डीजीपी अशोक जुनेजा, डीजीपी जेल संजय पिल्ले, राजभवन में पदस्थ आईएएस अमृत खलखो, आदिम जाति कल्याण विभाग के एके अनंत शामिल हैं।
पत्र में लघु वनोपज संघ के राकेश चतुर्वेदी, वन औषधि पादप बोर्ड के जेएस राव, नवाचार आयोग अध्यक्ष विवेक ढांढ, धनंजय देवांगन, एसएस बजाज, राय सिंह ठाकुर, एसपीएस श्रीवास्तव, डीएम अवस्थी, संजय शुक्ला के अतिरिक्त और भी अधिकारी-कर्मचारियों की संविदा नियुक्ति दी गई है। यह सभी अधिकारी आईएएस, आईपीएस और आईएफएस कैडर के हैं। ननकीराम कंवर ने आरोप लगाया कि ये सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कांग्रेस मानसिकता के हैं। इन्हें नियम नहीं होने के बाद भी संविदा में नियुक्ति दी गई है।