पेंड्रा. न्यूजअप इंडिया
मोदी सरकार की महत्वपूर्ण गारंटी महतारी वंदन योजना को लेकर एक बड़ा ही रोचक मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ की यह सरकारी योजना छत्तीसगढ़ की महतारी यानि महिलाओं के लिए विष्णुदेव साय सरकार ने लांच किया है। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, लेकिन हद तो तब हो गई जब एक पुरुष भी इस योजना का फार्म भरकर उसे जमा करने पहुंच गया। उसका कहना है कि घर में कोई महिला नहीं है, इसलिए पैसा उसे मिलना चाहिए।
छत्तीसगढ़ महतारी वंदन योजना के तहत पेंड्रा में उस वक्त एक अनोखा मामला सामने आ गया जब अधिकारी-कर्मचारी फार्म भरवा रहे थे। योजना महतारियों के लिए है, लेकिन तिलोरा गांव में एक आवेदन ऐसा आया जो किसी महतारी का नहीं बल्कि पुरूष का था। गांव के रहने वाले कमल सिंह कंवर ने महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन दिया तब लोगों ने समझाया कि ये आवेदन नहीं लिया जा सकता। कमल सिंह के जिद के आगे कर्मचारी को आवेदन लेना ही पड़ा।
अधिकारियों ने आवेदन फार्म रिजेक्ट किया
कमल सिंह का दावा था कि उसके घर में कोई महिला नहीं है। परिवार का राशनकार्ड भी महिला के नहीं होने के कारण मुखिया के रूप में उसके नाम पर ही है। ऐसे में महतारी वंदन योजना का लाभ उसको मिलना चाहिए। कमल सिंह का यह भी दावा है कि यदि घर में कोई महिला होती तो उसको इस योजना का लाभ मिलता। कमल सिंह के आवेदन को सॉफ्टवेयर ने नहीं लिया और अधिकारियों ने भी इस आवेदन को सिरे से खारिज कर दिया है।
योजना का लाभ लेने सिर्फ महिलाएं ही पात्र
अधिकारियों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि योजना के नियम और शर्तों में केवल 21 साल से अधिक महिलाओं को इस योजना का पात्र माना गया है। किसी पुरूष को इसका लाभ नहीं मिल सकता है। ऐसे में कमल सिंह का फार्म रिजेक्ट कर दिया गया है, आदिवासी बाहुल्य गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में कई स्थानों पर ऐसे ही कुछ और लोगों ने आवेदन किया था, जिसे शिविर स्थल पर ही रिजेक्ट कर दिया गया है। वहीं योजना का लाभ लेने पुरुषों की दिलचस्पी अब प्रशासनिक महकमे को चिंता में डाल रही है। आवेदन स्वीकार नहीं करने पर विवाद की स्थिति भी बन रही है।