रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की 2021 राज्य सेवा भर्ती परीक्षा में कथित घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पॉवर व इस्पात के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल की रिमांड को सीबीआई की विशेष अदालत ने 14 दिन के लिए बढ़ा दिया है। दोनों आरोपियों को 18 नवंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने पर CGPSC की जांच सीबीआई से कराने का ऐलान किया था।
सीबीआई जांच में यह सामने आया है कि श्रवण कुमार गोयल बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड के निदेशक हैं। उन्होंने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। यह रिश्वत 20 और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से दी गई थी। सीएसआर गतिविधियों के तहत पूरा पैसा पहुंचाया गया था। सीबीआई अभी सीजीपीएससी घोटाले की जांच कर रही है।
नेता और अफसरों के परिजनों ने किया था टॉप
बता दें कि शशांक गोयल और भूमिका कटियार, कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के दामाद और बेटी हैं। शशांक ने 2021 की CGPSC परीक्षा में तीसरी रैंक और भूमिका ने चौथा रैंक हासिल किया था, लेकिन उनके चयन पर फर्जीवाड़े के आरोप लगे थे। जांच में आरोप लगाया गया कि तत्कालीन CGPSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं के करीबी लोगों को फायदा पहुंचाया। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर इस मामले को हाईकोर्ट भी ले गए थे।
भूपेश सरकार के दौरान हुआ था फर्जीवाड़ा
कांग्रेस शासनकाल के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने इस मामले में जांच कराने से इनकार किया था, लेकिन भाजपा के विरोध के बाद मामला उच्च न्यायालय और फिर सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने अब तक इस मामले में कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं और जांच भी तेजी से चल रही है। इस घोटाले के चलते राज्य सरकार की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे थे। इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों के बीच तीखे बयानबाजी भी होती रहती है।