रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित PSC घोटाला केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के बेटे नितेश सोनवानी, पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है। आज शनिवार को नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को CBI ने रायपुर कोर्ट में पेश किया है। आरोपियों का मेडिकल चेकअप भी कराया गया है।
सीजी पीएससी स्कैम में दोनों को जज सौम्या राय की अदालत में पेश किया गया है। सीबीआई के वकीलों ने नितेश सोनवानी और ललित गनवीर की रिमांड मांगी है। बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने कहा कि पूर्व में इस मामले में टामन सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में ही नितेश और ललित को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने कोर्ट में दोनों को रिमांड पर मांगी है।
अफसर और नेताओं के बच्चों का चयन
डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए साल 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा और साक्षात्कार में टामन सोनवानी के रिश्तेदार, कांग्रेस नेताओं और कुछ वीवीआईपी लोगों के करीबी रिश्तेदारों का चयन हुआ था। इन्हीं आरोपों के आधार पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में सीबीआई ने सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला को भी जानिए
छत्तीसगढ़ PSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। ईओडब्ल्यू और पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है। सीजीपीएससी ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया था। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई थी, जिसमें तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर मामले में हाईकोर्ट भी गए थे।