भोपाल। अक्षय कुमार स्टारर फिल्म OMG-2 के रिलीज होने होने के साथ ही उसका विरोध भी शुरू हो गया है। पहले फिल्म में उज्जैन के महाकाल मंदिर के दृश्य को हटाने की मांग की जा रही थी, अब फिल्म के डॉयलाग को लेकर भी आपत्ति जताई जा रही है। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर के पुजारी, लीगल एडवाइजर और पुजारी संघ के पदाधिकारी शुक्रवार को फिल्म देखने पहुंचे। फिल्म के दृश्यों और संवाद को लेकर सभी ने आपत्ति जताई है। सभी ने कहा कि फिल्म मेकर को भेजे गए नोटिस को वापस नहीं लेंगे और इसकी प्रधानमंत्री तक शिकायत करेंगे।
शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म देखने महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा पहुंचे। उनके साथ लीगल नोटिस देने वाले अधिवक्ता और कुछ मीडिया के लोग भी थे। OMG-2 फिल्म देखने के बाद उन्होंने कहा कि फिल्म में महाकाल मंदिर की परंपरा से छेड़छाड़ की गई है। यह कई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वकीलों से सलाह लेकर एक्शन लिया जाएगा। फिल्म से महाकाल मंदिर के दृश्य को हटाने की मांग की गई थी, उन्हें भी नहीं हटाया गया है। फिल्म को A सर्टिफिकेट दिया गया है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे फिल्म देख नहीं पाएंगे। फिल्म के संवाद और कुछ तथ्यों पर भी ऐतराज है।
महाकाल मंदिर को सेक्स के साथ जोड़ा
महाकाल मंदिर के पंडित महेश पुजारी ने कहा कि फिल्म में महाकालेश्वर मंदिर को सेक्स के साथ जोड़ा है। भगवान शिव को कभी कचौरी खरीदते, कभी थाने में आरोपी की तरह दिखाया गया है। OMG-2 सेक्स एजुकेशन से रिलेटेड है और फिल्म में बार-बार महाकाल मंदिर का शॉट दिखाया गया है। फिल्म में शिवलिंग की उत्पत्ति लिंग और योनि से बताई गई है, जो पूरी तरह भ्रामक है, जबकि महाकाल तो स्वयंभू हैं। इसमें कई शॉट देखने लायक नहीं हैं।
फिल्म का कंटेंट स्वीकार योग्य ही नहीं
अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की ओर से फिल्म मेकर्स को नोटिस भेजने वाले एडवोकेट अभिलाष व्यास का कहना है कि एडल्ट कंटेंट में भगवान को नहीं दिखाना चाहिए। भगवान शिव में हमारी आस्था है। फिल्म का कंटेंट स्वीकार योग्य नहीं है। फिल्म मेकर्स के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। फिल्म में एक हीरो को मंदिर में भस्म आरती करते दिखाया गया है। ये मंदिर की वंशवाद परंपरा में हस्तक्षेप है। इन सभी दृश्यों को फिल्म से हटाने की मांग की जाएगी।