रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है। भाजपा ने हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों छत्तीसगढ़ में 85, मध्य प्रदेश में 136 और राजस्थान में 41 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। तीनों राज्यों में भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद अब कांग्रेस के प्रत्याशियों का इंतजार है। दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई है। अब कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। बैठक में तीनों राज्यों से भेजे तय नामों पर चर्चा के बाद मुहर लग जाएगी। ऐसी संभावना है कि कांग्रेस की पहली सूची पितृ पक्ष के बाद नवरात्रि में आएगी।
दिल्ली में हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सहित मध्य प्रदेश और राजस्थान के नेता भी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस की लिस्ट पितृपक्ष के बाद जारी की जाएगी। आगामी विधानसभा चुनाव पर टीएस सिंहदेव का कहना है, मैंने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसा कम ही देखा है, जहां सांसदों को (भाजपा द्वारा) राज्य चुनाव के मैदान में उतारा जा रहा हो, इससे मुझे जो संकेत मिल रहा है वह यह है बीजेपी को राज्यों के टैलेंट पूल पर भरोसा नहीं है। राष्ट्रीय एथलीटों को छोटे टूर्नामेंट में लड़ाया जा रहा है, यह उसी तरह है।
‘कांग्रेस की दो सूची में आएंगे पूरे नाम’
सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान की पहली सूची पितृ पक्ष के बाद नवरात्रि में जारी होने की बात कही जा रही है। दरअसल, अधिकतर पार्टी के नेता पितृ पक्ष में सूची जारी करने के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि प्रत्याशियों की सूची अब नवरात्रि में ही जारी की जाए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी अपने प्रत्याशियों के नाम दो सूची में जारी करेगी। पहली सूची के बाद दूसरी सूची में बाकी बचे प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा।
‘कांग्रेस की सूची में इसलिए हुई देरी’
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने दो सूची में 85, मध्य प्रदेश की चार लिस्ट में 136, और राजस्थान की पहली सूची में 41 प्रत्याशियों की घोषणा की है। मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्री सहित सात सांसदों, छत्तीसगढ़ में केंद्रीय मंत्री सहित 4 सांसदों और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान में 7 सांसदों को टिकट दिया है। भाजपा ने दिग्गजों को चुनाव में उतारकर कांग्रेस को चौंका दिया था। इसके बाद पार्टी ने रणनीति में बदलाव का निर्णय लिया। यही वजह है कि सभी राज्यों में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की पांच से छह बैठकें हुई और नाम तय कर सीईसी को प्रस्ताव भेजा गया है।
‘MP में 100 से ज्यादा सीटों पर नाम तय’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, बहुत सारे नामों पर चर्चा हो गई है। अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। हम जल्द ही फैसला करेंगे। करीब 130-140 सीटों पर चर्चा हो गई है। सभी के सुझाव सुन लिए गए हैं। केंद्रीय चुनाव कमेटी से जल्द सूची जारी होगी। कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में 100 से ज्यादा सीटों पर नाम तय कर लिए गए हैं। पार्टी इस बार पैराशूट प्रत्याशी नहीं देगी। तीन बार हारे नेताओं को भी टिकट नहीं दिया जाएगा।