रायपुर। छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। सूची में 2 मौजूदा विधायकों को फिर मौका दिया गया है। उन्हें उनके वर्तमान विधानसभा सीट से पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। आचार संहिता लगने से पहले बसपा द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा ने दूसरे राजनीतिक दलों को चौंका दिया है। भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित क्षेत्रीय दलों के नेताओं में बेचैनी शुरू हो गई। प्रत्याशी बनने और खुद को बेहतर साबित करने जुगाड़ की राजनीति भी शुरू हो गई। आकाओं के दरबार में हाजरी भी लग रही है।
बहुजन समाज पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने बताया कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 9 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है, जिसमें एक महिला विधायक समेत 2 मौजूदा विधायक शामिल हैं। वर्तमान विधायक केशव प्रसाद चंद्रा जो जैजैपुर (सक्ती जिला) और इंदु बंजारे जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पामगढ़ (जांजगीर-चांपा जिला) विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्हें उनके संबंधित क्षेत्रों से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
प्रत्याशियों ने गांवों में शुरू की सामाजिक बैठकें
बसपा द्वारा सूची के अनुसार पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पामगढ़ से विधायक रहे दाऊ राम रत्नाकर को इस बार मस्तूरी विधानसभा से मैदान में उतारा गया है। मस्तूरी सीट-अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। ओमप्रकाश बाचपेयी (नवागढ़- अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), राधेश्याम सूर्यवंशी (जांजगीर-चांपा), डॉक्टर विनोद शर्मा (अकलतरा), श्याम टंडन (बिलाईगढ़- अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), रामकुमार सूर्यवंशी (बेलतरा) और आनंद तिग्गा (सामरी-अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतार दिया है। प्रत्याशियों ने गांवों में राजनीतिक और सामाजिक बैठकें भी शुरू कर दी है।
2018 में जोगी की पार्टी से किया था गठबंधन
2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। पिछले चुनाव में बसपा ने 4.27 प्रतिशत वोट प्राप्त किया था। पार्टी ने 2 सीटें- जैजैपुर और पामगढ़ में जीत हासिल की थी, जबकि उसके गठबंधन सहयोगी जेसीसी (जे) को 7.6 प्रतिशत वोट मिले थे। पार्टी ने 5 सीटें हासिल की थीं। इस बार के चुनाव में इनमें से किसी भी दल ने अब तक गठबंधन की घोषणा नहीं की है। बसपा द्वारा टिकट की घोषणा के साथ भाजपा-कांग्रेस में भी राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव लड़ने के इच्छुक भाजपा और कांग्रेस के नेता भी राजनीतिक बिसात बिछाना शुरू कर चुके हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ में अभी कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं।