रायपुर.newsupindia.com
छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले के मास्टर माइंड रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर को लंबे समय बाद बड़ी राहत मिली है। अनवर ढेबर को मेडिकल ग्राउंड पर हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। बिलासपुर हाईकोर्ट में जस्टिस दीपक तिवारी की अदालत से उन्हें राहत मिली है। अनवर ढेबर ने खराब स्वास्थ्य को देखते हुए जमानत याचिका लगाईं थी, जिसे न्यायालय ने मंजूर कर लिया गया है। अनवर ढेबर रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के भाई हैं।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने होटल कारोबारी अनवर ढेबर, लिकर कारोबारी त्रिलोक ढिल्लन और आबकारी विभाग में अधिकारी रह चुके एपी त्रिपाठी को शराब घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया है। कोर्ट में प्रस्तुत दस्तावेजों में बताया गया था कि इन लोगों ने मिलकर सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया और सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया है। चार्जशीट में इस बात का भी उल्लेख है कि इन रुपयों को कुछ राजनीतिक साझेदारों के साथ बांटा भी गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने न्यायालय में प्रस्तुत 16000 पन्नों की चार्जशीट में कारोबारियों और अधिकारियों के बीच हुए वॉट्सएप चैट से लेकर शराब घोटाले के सिंडिकेट के बीच कामकाज का ब्यौरा दिया है। ED ने कहा था कि राज्य में 2019 से 2022 तक 2 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इसे राज्य के बड़े नेताओं और अधिकारियों का समर्थन था। शराब घोटाले को लेकर ईडी की जांच अभी भी जारी है। बता दें कि शराब घोटाला उजागर होने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया था। भाजपा और कांग्रेस के नेता इस मामले को लेकर एक दूसरे पर लगातार हमला भी बोल रहे हैं।