रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल बज चुका है। निर्वाचन आयोग ने 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान होना है, जिसमें बस्तर लोकसभा क्षेत्र की 12 और राजनांदगाव लोकसभा क्षेत्र की 8 सीटें शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 85 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। वहीं कांग्रेस की ओर से अभी तक एक भी प्रत्याशी नहीं उतारा गया है। दिल्ली में प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन जारी है। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा पितृपक्ष के बाद ही होगी। वहीं टिकट के दावेदारों की धड़कनें तेज हो गई है। ऐसी भी खबर है कि पहले चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होने हैं, वहां के कुछ मौजदा विधायकों की टिकट कांग्रेस काटने जा रही है।
पहले चरण में होने वाले मतदान को लेकर भाजपा के प्रत्याशियों ने सामाजिक बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। मेल-मुलाकात भी करने लगे हैं। पहले चरण के लिए 13 अक्टूबर से नामांकन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है। ऐसे में कांग्रेस के दावेदारों की धड़कनें तेज हो गई है। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों को लेकर सोशल मीडिया में तरह-तरह की बातें सामने आ रही है। वहीं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव यह कह चुके हैं कि अभी सिर्फ एक सीट पर नाम फाइनल है। छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी ने तीन दिन पहले कहा था कि बदलाव होते रहते हैं। बदलाव की कई वजह होती हैं। केंद्रीय चुनाव समिति से ही अंतिम सूची जारी होगी। किस पर क्या सहमति बनाएंगे, वह उनके ऊपर निर्भर करता है। सीईसी से मुहर के बाद ही प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होगी।
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो पहले चरण में जिन 20 विधानसभा सीटों में चुनाव होना हैं, उनके उम्मीदवारों को इशारा कर दिया गया है। वे अंदर ही अंदर तैयारी करने लगे हैं। टिकट वितरण को लेकर मंत्रणा और चर्चाओं के बीच यह खबर भी निकलकर सामने आ रही है कि कांग्रेस पहले चरण के जिन 20 सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें वर्तमान 7 से 8 विधायकों का टिकट काटने जा रही है। ऐसा बताया जा रहा कि सर्वे रिपोर्ट में इन विधायकों का परफार्मेंस कमजोर है। बहरहाल, रायपुर से लेकर दिल्ली तक माथापच्ची जारी है और सभी को कांग्रेस की अधिकृत सूची का इंतजार है।