27.2 C
Raipur
Sunday, April 27, 2025

छत्तीसगढ़ में हुई हार की दिल्ली में समीक्षा, शीर्ष नेतृत्व ने पूछा- अपेक्षा की अनुरूप नहीं आए परिणाम, आखिर क्यों टूटा जनता का भरोसा?

RAIPUR. NEWSUP INDIA
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद मंथन और मंत्रणा का दौर शुरू हो गया है। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं की पार्टी आलाकमान के साथ समीक्षा बैठक हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ में मजबूत स्थिति में होने के बाद भी कांग्रेस क्यों हार गई। 90 विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के कामकाज में ऐसी क्या कमी रह गई कि कांग्रेस को पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ के नेताओं के साथ कई घंटों तक हार के कारणों की समीक्षा की। मंत्रियों के हार की वजह क्या रही, विधायकों के हारने का कारण क्या है, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव आखिर क्यों चुनाव हारे। भाजपा के मुकाबले कांग्रेस का घोषणा पत्र भी काफी बेहतर था, उसके बाद भी जनता का जनादेश अपेक्षा के अनुरूप नहीं आया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व विधायक सत्यनारायण शर्मा, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा, पीसीसी चीफ दीपक बैज सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।

सरगुजा और बस्तर में कांग्रेस को झटका
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सबको चौका दिया है। एग्जिट पोल में कांग्रेस को जनादेश मिलना बताया गया, लेकिन परिणाम उलट आए हैं। कांग्रेस दो तिहाई सीटों पर हारी है। बीजेपी को 54 और कांग्रेस को 35 सीटें मिली हैं। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की है। सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को सरगुजा संभाग में लगा। रायपुर जिले में 7, बस्तर संभाग में 8 सीटें हार गए। दुर्ग जिले में सिर्फ भूपेश बघेल अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। बैठक में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति और नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इस पर भी चर्चा जारी है।

हम निराश हुए हैं, लेकिन हताश नहींः शैलजा
बैठक के बाद छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा, आज छत्तीसगढ़ के चुनावी परिणाम से जुड़ी समीक्षा बैठक हुई, जहां सभी ने अपने विचार रखे। हम छत्तीसगढ़ का चुनाव हार गए, लेकिन हमारा वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है। हमने जनता का विश्वास हासिल किया है। हम निराश हुए हैं, लेकिन हताश नहीं हुए हैं। आने वाले समय में हम मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। सभी मीडिया एजेंसी ने हमें जीतते हुए दिखाया। हमारी सरकार ने बढ़िया काम किया। हमारी भरोसे की सरकार रही, हमने भरोसा भी जीता है। हम समीक्षा कर रहे हैं।

Latest news
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here