रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में किस्मत आजमा रहे 223 उम्मीदवारों में से 26 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी। इनमें से 16 गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। उम्मीदवारों के खिलाफ जानबूझकर चोट पहुंचाने और धमकी देने जैसे मामले भी दर्ज हैं। छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, पहले चरण के 223 उम्मीदवारों में से 26 (12 फीसदी) उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान होना है। पहले चरण में बस्तर के 12 और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की 8 सीटों पर चुनाव होना है। 70 विधानसभा क्षेत्रों में 17 नवंबर को मतदान होगा। एडीआर के मुताबिक विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 20 उम्मीदवारों में से पांच (25 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है। वहीं, सत्ताधारी दल कांग्रेस के 20 में से दो (10 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी (आप) के 10 में से चार उम्मीदवार (40 प्रतिशत) और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के 15 में से तीन (20 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने का खुलासा किया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में से पांच (25 फीसदी) कांकेर, चित्रकोट, खैरागढ़, पंडरिया और कवर्धा ऐसे हैं, जहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। आपराधिक मामलों में कुछ पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक भी शामिल हैं। बता दें कि पहले चरण की 20 विधानसभा सीटों में चुनाव होना है, जिसमें कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया विधानसभा क्षेत्र शामिल है। कई विधानसभा क्षेत्र माओवादी हिंसा की वजह से अति संवेदनशील हैं।