रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोप में गिरफ्तार मार्कफेड के पूर्व MD मनोज सोनी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें फिर से 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड में भेज दिया गया है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद PMLA के विशेष कोर्ट ने ईडी के आवेदन को सही मानते हुए पूर्व मार्कफेड अधिकारी मनोज सोनी को 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर भेज दिया। ED अब तक आरोपी को दो बार रिमांड पर ले चुकी है।
कस्टम मिलिंग घोटाला मामले में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिग्विजय सिंह की कोर्ट ने नान के पूर्व एमडी मनोज सोनी, कोरबा एमडी प्रितिका पूजा केरकेट्टा और 16 राइस मिलर्स को नोटिस जारी किया था। आयकर की ओर से पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक विवेक पाण्डेय के मुताबिक मार्कफेड के तत्कालीन एमडी मनोज सोनी, विपणन अधिकारी प्रितिका पूजा केरकेटटा तथा 16 राइस मिलरों के ठिकानों पर आयकर विभाग और ईडी के अफसरों ने पिछले साल जुलाई में छापा मारा था। छापे की कार्रवाई में बोगस लेन-देन के दस्तावेज के साथ मिलर्स से कस्टम मिलिंग के एवज में प्रति क्विंटल 20 रुपये कमीशन लेने के इनपुट मिले थे।
140 करोड़ रुपये की उगाही का आरोप
ED के मुताबिक कुल 140 करोड़ रुपये की अफसर, नेता और राइस मिलर्स से सांठगांठ कर अवैध रूप से उगाही की गई थी। मनोज सोनी को ईडी ने गिरफ्तार किया। प्रकरण की जांच करने के बाद 15 सितंबर को आयकर विभाग ने कोर्ट में परिवाद पेश किया। आयकर विभाग द्वारा कोर्ट में पेश किए गए परिवाद के विरोध में लगाई गई आपत्तियों का निराकरण कोर्ट द्वारा किया जा चुका है। इसके बाद भी आरोपी उपस्थित नहीं हो रहे थे। सीजेएम ने आयकर विभाग के आवेदन को देखते हुए सभी आरोपियों को स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से उपस्थित होने का आदेश जारी किया था।