ED action in coal scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के खिलाफ ED (Enforcement Directorate) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। सूर्यकांत तिवारी और उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी के महासमुंद ब्लॉक में स्थित 6 से ज्यादा अचल संपत्ति को सीज किया है। ईडी ने राजस्व टीम को लेकर सूर्यकांत और लक्ष्मीकांत तिवारी की त्रिमूर्ति कॉलोनी के निर्माणाधीन भवन, शंकर नगर स्थित मकान, पटेवा, सिनोधा, खरोरा और बेलसोंड़ा में स्थित कृषि भूमि और भवन मकानों को सीज कर दिया है। ईडी की कार्रवाई से राजनीतिक और प्रशासनिक हल्कों जमकर चर्चा है।
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत नोटिस बोर्ड चस्पा किया और मकानों को सील कर दिया गया है। कार्रवाई के लिए ईडी के अफसर एक राजस्व अधिकारी के साथ गए थे। सीज की गई संपत्ति की अभी पूरी जानकारी अधिकारियों के तरफ से नहीं दी गई है, लेकिन इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। बता दें कि, अक्टूबर 2022 में कोयला ट्रांसपोर्टिंग में 25 रुपये टन की अवैध उगाही और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सूर्यकांत तिवारी, उपसचिव सौम्या चौरसिया सहित छत्तीसगढ़ के कई नेताओं, अधिकारियों, व्यापारियों के यहां छापा मारा था।
550 करोड़ के कोल स्कैम का खुलासा
ईडी के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 550 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें IAS रानू साहू, IAS समीर विश्नोई, मुख्यमंत्री के उप सचिव सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ईडी के जांच के दायरे में है। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है। कोर्ट ने दो विधायकों सहित 11 लोगों को आरोपी बनाया है और उन्हें नोटिस भी जारी किया है। कोर्ट में 25 अक्टूबर को मामले में सुनवाई होनी है।