रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने न्यूज-18 के बात-बेबाक शो के इंटरव्यू में कहा कि ‘आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार की न तो नीति ठीक है और न ही नीयत सही है। ₹540 करोड़ का कोयला घोटाला, ₹2,161 करोड़ का शराब घोटाला, ₹600 करोड़ का पीडीएस घोटाला, ₹5000 करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में घोटाला, ₹1300 करोड़ का गोठान घोटाला, ₹229 करोड़ का गोबर घोटाला, लाखों रुपये का CGPSC घोटाला और अब तो जुएं-सट्टे में भी मुख्यमंत्री कार्यालय की संलिप्तता उजागर हो गई। इस तरह के काले कारनामे करने के बाद जब ईडी जांच करती है और अधिकारियों को जेल होती है तो दाऊ भूपेश बघेल संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं।’
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इंटरव्यू के क्लीप को सोशल मीडिया (X-ट्विटर) पर साझा करते हुए कहा कि ईडी और आईडी के भरोसे की बात कहना मेरे समझ के बाहर है। यह स्पष्ट हो चुका है कि यह सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। यदि आप इमानदारी के साथ सरकार चलाते तो यह कहने का अधिकार बनता। जब घोषित रूप से प्रमाणित कर दिया गया, 13 हजार पेज के दस्तावेज प्रस्तुत कर दिए गए, 180 करोड़ की संपत्ति जब्त कर लिए। उसके बाद भी यह कहने की हिम्मत कर रहे हैं। माइनिंग के डायरेक्टर सात महीने से जेल में बंद है। सीनियर आईएएस अफसर जेल में बंद है। निश्चत रूप से अपराध बहुत बड़ा हुआ है।
आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई @INCChhattisgarh सरकार की न तो नीति ठीक है और न ही नीयत सही है।
👉₹540 करोड़ का कोयला घोटाला
👉₹2,161 करोड़ का शराब घोटाला
👉₹600 करोड़ का पीडीएस घोटाला
👉₹5000 करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में घोटाला
👉₹1300 करोड़ का गौठान… pic.twitter.com/teIyJqrtuC— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 25, 2023
‘ऑनलाइन को ऑफलाइन कर 540 करोड़ कमाए’
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नीतियों में परिवर्तन करना अपराध होता है। भाजपा के समय करप्शन को समाप्त करने के लिए बात की थी। हमने कहा था माइनिंग में ऑनलाइन व्यवस्था होगी। DO आर्डर दिए जाएंगे, डिस्पेच आर्डर देने के साथ किसी को मैनुअल आने की जरूरत नहीं है। कोई करप्शन नहीं होगा। कोई पैसे का लेनदेन नहीं होगा। जैसे ही भूपेश बघेल की सरकार बनती है। माइनिंग के अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि ऑनलाइन को ऑफलाइन किया जाए। ऑनलाइन को ऑफलाइन का खेल करके 540 करोड़ कमाए। इस बात के दस्तावेजी प्रमाण हैं। इस बात के बाद भी बोल रहे हैं ED-IT…। यदि आप भ्रष्टाचार पर आकंठ डूबे हो तो क्या सरकारी एजेंसी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेगी क्या?
‘महादेव सट्टा एप में इनके वरिष्ठ लोगों का हाथ’
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अब तो महादेव एप भी आ गया। यानी कोई ऐसा चीज नहीं बच रहा है, जहां मुख्यमंत्री के करीबी अधिकारियों का हाथ न हो। महादेव एप में इनके वरिष्ठ लोगों का हाथ है। महीने में इनको बड़ी राशि मिलती है। मुख्यमंत्री का कार्यालय इनवाल्व होता है। ओएसडी इनवाल्व होता है। उनके ऊपर कार्रवाई होती है। प्रमाण के साथ दस्तावेज प्रस्तुत किए जाते हैं। इसके बाद भी कहते हैं कि ईडी और आईटी का दुरुपयोग हो रहा है। आप इतने भ्रष्टाचार में डूबे हो, आप एक तरफ दिल्ली का एटीएम बनकर चुनाव में करोड़ों रुपये पहुंचाना चाहते हो, छत्तीसगढ़ को लूटना चाहते हो यदि ऐसी एजेंसी जांच करती है तो आपको तकलीफ होती है। यह पूरा मामला स्पष्ट रूप से प्रमाणित मामला है। यदि प्रमाणित नहीं होता तो जेल और बेल में कारोबारी और अफसर नहीं होते।
भाजपा के शासन में छत्तीसगढ़ के जिस पीडीएस व्यवस्था ने प्रदेश से भुखमरी समाप्त की, जिस पीडीएस व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश के लिए आदर्श बताया, आज उस पीडीएस व्यवस्था को भी दाऊ @bhupeshbaghel ने भ्रष्टाचार का माध्यम बना लिया है।
पीडीएस में ₹600 करोड़ का भ्रष्टाचार करके… pic.twitter.com/3zMNjJIVb9
— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 25, 2023
‘BJP के समय PDS को सुप्रीम कोर्ट न सराहा था’
पूर्व सीएम डॉ. रमन ने न्यूज-18 के बात-बेबाक शो के इंटरव्यू में कहा कि भाजपा के शासन में छत्तीसगढ़ के जिस पीडीएस व्यवस्था ने प्रदेश से भुखमरी समाप्त की, जिस पीडीएस व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश के लिए आदर्श बताया, आज उस पीडीएस व्यवस्था को भी दाऊ भूपेश बघेल ने भ्रष्टाचार का माध्यम बना लिया है। पीडीएस में 600 करोड़ का भ्रष्टाचार करके गरीबों के मुंह से निवाला छीनने का काम छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने किया है। डॉ. रमन ने कहा कि विधानसभा में मेरे प्रश्नों के उत्तर में इन्होंने बताया 59 हजार मीट्रिक टन चावल की गड़बड़ी हुई। राजधानी से रायपुर निकला है और पहुंचते-पहुंचते गायब हो जाती है। मैंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने टीम भेजा और जांच हुई है। उस टीम के दस्तावेज भी मेरे पास मौजूद है।