मनेंद्रगढ़. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरूस्त करने का भले ही दावा किया जा रहा हो, लेकिन धरातल पर सच्चाई उलट है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर स्थिति एक बार फिर उजागर हुई है। मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में गंभीर मरीज को सुविधा नहीं मिली तो पिकअप में ढोकर अस्पताल लाना पड़ा। प्रदेश के दीगर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा कैसी होगी इस तस्वीर से समझा जा सकता है। साय सरकार के सुशासन की यह खबर वायरल होने के बाद पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने भी सोशल मीडिया पर तंज कसते लिखा- दिया तले अंधेरा…।
ताजा मामला मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के छिपछिपी गांव का है। एक घायल महिला को एंबुलेंस सेवा न मिलने के कारण खाट पर रखकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा। महिला का पैर बैलों की लड़ाई के दौरान टूट गया था। परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा पर संपर्क किया, लेकिन जिम्मेदारों ने उन्हें सीधा जवाब दे दिया कि एंबुलेंस उपलब्ध ही नहीं है। आप अपने साधन से मरीज को लाओ…। मजबूरन परिजनों ने महिला को खाट पर लिटाकर पिकअप वाहन से मनेंद्रगढ़ अस्पताल पहुंचाया। स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही का यह कोई पहला मामला भी नहीं है। इधर लापरवाही का मामला सामने आने के बाद विपक्षी नेताओं ने विष्णुदेव साय सरकार के सुशासन पर घेरना भी शुरू कर दिया।
साय सरकार की विफलता का प्रमाणः कमरो
पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता का प्रमाण है। जब मंत्री के क्षेत्र में ऐसी स्थिति है तो अन्य इलाकों की हालत क्या होगी। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सरकार को प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए कदम उठाना चाहिए। यह घटना न केवल प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है, बल्कि राज्य की प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं पर भी सवाल खड़े करती है। पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने सोशल मीडिया पर तंज कसते लिखा- ‘दिया तले अंधेरा…, जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही एम्बुलेंस की जगह खाट पर मरीज अस्पताल तक लाए जा रहे हो तो प्रदेश के क्या हालात होंगे, यह आसानी से समझा जा सकता है।’