रायपुर-अंबिकापुर-भिलाई. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और उनके करीबियों के घर, दफ्तरों पर इनकम टैक्स छापे की कार्रवाई 5 दिन बाद खत्म हो गई है। पूर्व मंत्री के बंगले से बतौर सबूत आयकर की टीम अपने साथ काफी मात्रा में दस्तावेज, कंप्यूटर और पेन ड्राइव ले गई है। सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री के घर से लाखों रुपये नकद जब्त किए हैं। IT के अफसरों ने पूर्व मंत्री के करीबी कारोबारी राजीव अग्रवाल के घर को सील कर दिया है। राजीव अभी फरार बताए जा रहे हैं।
बता दें कि 31 जनवरी की सुबह दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की आयकर विभाग की संयुक्त टीम ने पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के अंबिकापुर और रायपुर स्थित बंगले, भिलाई के बिल्डर बिल्डर अजय चौहान समेत 45 जगहों पर एक साथ छापा मारा था। आईटी ने पूर्व मंत्री के पीए रहे राजेश वर्मा, करीबी एसआई रुपेश नारंग, फ्रैंकलीन टोप्पो, इंजीनियर प्रमोद टोप्पो, मैनपाट के कांग्रेसी नेता अटल यादव घरों पर छापेमारी की गई थी। सीए एचएस जायसवाल से भी पूर्व मंत्री अमरजीत की आयकर रिटर्न की फाइल जब्त की गई है। IT पूरी कार्रवाई का जल्द खुलासा भी करेगा।
हार्ड डिस्क, जमीन-बैंक के दस्तावेज जब्त
आयकर विभाग की टीम ने 5 दिन तक उक्त सभी लोगों से पूछताछ की तथा दस्तावेज खंगाले। टीम अपने साथ पूर्व मंत्री के घर से भारी संख्या में दस्तावेज, कंप्यूटर, पेन ड्राइव ले गई है। सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री के घर से लाखों रुपये भी टीम ने बरामद किए हैं। टीम ने उनके करीबियों के घर से भी बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। भिलाई के अजय चौहान के घर से आईटी टीम ने हार्ड डिस्क, जमीन के दस्तावेज, बैंक संबंधित दस्तावेज ले गए हैं।
एसआई नारंग निकला करोड़ों का आसामी!
सूत्रों के अनुसार आईटी के छापे में पूर्व मंत्री का करीबी एसआई रुपेश नारंग करोड़ों का आसामी निकला है। एसआई के पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास से इनकम टैक्स की टीम ने करोड़ों रुपये, दर्जनों जमीन की रजिस्ट्री के दस्तावेज, काफी संख्या में सोने की ज्वेलरी बरामद की है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। ऐसी चर्चा है कि एसआई ने पुलिस लाइन में ही एक अलग मकान ले रखा था और यहीं से यह सभी चीजें बरामद हुई हैं।
ED की FIR में नाम आने के बाद पड़ा छापा
बता दें कि 17 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोल और शराब स्कैम मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में FIR दर्ज कराई है। पूर्व मंत्री भगत का नाम कोल घोटाले के आरोपियों में शामिल है। इस घोटाले के सूत्रधार सूर्यकांत तिवारी की डायरी में अमरजीत भगत का नाम है। वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में अमरजीत भगत ने परिवार की संपत्ति घोषित की थी। बताया जा रहा है इससे कहीं अधिक संपत्ति जांच में पाई गई है।