रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग (Income Tax) की कार्रवाई लगातार चल रही है। इनकम टैक्स की जांच बुधवार सुबह से रायपुर, अंबिकापुर, दुर्ग-भिलाई के 45 ठिकानों पर शुरू हुई है। इनमें से पांच ठिकानों की जांच गुरुवार को पूरी हो गई। शुक्रवार से कुछ नए ठिकानों पर जांच शुरू की गई है। पूर्व मंत्री भगत और भिलाई के बिल्डर चौहान पर आईटी का शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि अलग-अलग जगहों पर अब तक की जांच में आयकर विभाग ने 2.5 करोड़ की ज्वेलरी और 2.5 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। शुक्रवार को आयकर अफसरों को 12 लाकर मिले, जिनमें से 6 खोले गए हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के साथ ही बिल्डर अजय चौहान और कारोबारी, उद्योगपतियों के ठिकानों पर दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की संयुक्त आयकर टीम बुधवार से जांच कर रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार तीसरे दिन आयकर टीम ने पूर्व मंत्री भगत के दो समर्थकों को घेरा और उनके ठिकानों पर भी दबिश दी। छापों में मिले इनपुट के आधार पर शुक्रवार को 4 नए ठिकानों में जांच शुरू की गई है। इनमें से दो अंबिकापुर निवासी कांग्रेस नेता और वन ठेकेदार राजेश अग्रवाल, मैनपाट के नर्मदापुर निवासी कांग्रेस नेता और राज्य गो सेवा आयोग के पूर्व सदस्य अटल बिहारी यादव हैं, जिनके घर पर आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी गई।
जांच में प्रॉपर्टी के दस्तावेज, बेहिसाब लेन-देन
ऐसी चर्चा है कि आयकर विभाग ने विभिन्न ठिकानों से बड़ी मात्रा में प्रापर्टी के दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि शनिवार रात तक कई ठिकानों में जांच पूरी हो सकती है। सूत्रों के अनुसार अमरजीत भगत के यहां छापे में IT टीम को अग्रवाल और यादव के संबंध में इनपुट मिले थे, जिसके आधार पर दोनों के यहां जांच की जा रही है। वहीं, राजनांदगांव में एक ब्रोकर के यहां भी आयकर ने दबिश दी। भिलाई में जमीन में इनवेस्ट रकम और बिक्री की गई मकानों से नकदी, बैंक डिटेल की जानकारी विभाग खंगाल रही है। दर्जनभर से ज्यादा बैंक अकाउंट्स के डिटेल आईटी अफसरों ने निकलवाया है। 10 साल से कारोबार का बैकअप भी टीम ने लिया है।
केंद्रीय एजेंसियों की जांच में खुल रहे राज
भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रदेश में इनकम टैक्स की कार्रवाई को लेकर कहा है कि उनके (अमरजीत के) ऊपर पहाड़ी कोरवा जनजाति की जमीन हड़पने का आरोप लगा था। वो खुद को गरीब बताते हैं, अगर वो गरीब हैं तो भगवान ऐसे गरीब सभी को दे। आईटी की छापों में सच सामने आ रहा है। महादेव सट्टा एप मामले को लेकर ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में यह गोरखधंधा फला-फूला है। कांग्रेस सरकार के दौरान 50 लाख रजिस्ट्रेशन महादेव एप में हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस मामले की जांच कर रही है। केंद्रीय एजेंसियों की जांच में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कोल, शराब,, डीएमएफ जैसे स्कैम में ईडी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में अपराध दर्ज कराया है।