बिलासपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप को लेकर हर दिन रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि ईडी ने रायपुर में जिस गाड़ी से कैश जप्त किया वह पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के भाई बृजमोहन अग्रवाल के नाम पर है। वहीं पूर्व मंत्री और बिलासपुर से भाजपा के प्रत्याशी अमर अग्रवाल ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। अमर अग्रवाल ने गाड़ी से संबंधित दस्तावेज जारी करते हुए कहा कि गाड़ी जून में ही बेची जा चुकी है।
अमर अग्रवाल ने कहा कि ईडी ने जिस ड्राइवर को पकड़ा है उसने कांग्रेस का नाम लिया। मेरा और मेरे परिवार का नाम लेना घोर आपत्तिजनक है। बिना प्रमाण के आरोप लगाना कांग्रेस की ओछी मानसिकता है। गाड़ी बेचने संबंधी एग्रीमेंट और परिवहन विभाग में नाम ट्रांसफर किए जाने संबंधी शिकायत भी उन्होंने दिखाए हैं। अमर अग्रवाल के इस बयान के बाद कांग्रेस एक बार फिर बैकफुट पर आ गई है। वहीं महादेव बुक की जांच अभी ईडी कर रही है।
बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये आरोप लगाया था। बीजेपी पर निशाना साधते हुए सुशील आनंद शुक्ला ने कई सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा कि ED ने जिस गाड़ी में करोड़ों रुपये कैश रखकर फोटो जारी किया है, वो गाड़ी भाजपा नेता की है, जिसमें ड्राइवर, कूरियर बॉय, भाजपा कार्यकर्ता साबित हो चुका है। सुशील आनंद ने RTO में यह गाड़ी सनफ्लॉवर प्रमोटर्स के मालिक बृजमोहन अग्रवाल के नाम पर दर्ज होना बताया, जो कि पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के भाई की है, लेकिन ED ने कोई जांच नहीं की, बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगा दिया।