रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ जनसंपर्क संचालनालय के नए आयुक्त सह संचालक मयंक श्रीवास्तव ने गुरुवार को जनसंपर्क की कमान अपने हाथों में ले लिया। नवा रायपुर संचालनालय में उन्होंने जनसंपर्क आयुक्त के साथ ही छत्तीसगढ़ संवाद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का पदभार ग्रहण किया। पूर्व जनसंपर्क आयुक्त दीपांशु काबरा ने मयंक श्रीवास्तव को कार्यभार सौंपकर उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जनसंपर्क संचालनालय और छत्तीसगढ़ संवाद के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
बता दें कि IPS मयंक श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ जनसंपर्क के आयुक्त सह-संचालक होंगे। यह दूसरा मौका है, जब किसी IPS अफसर के हाथों में जनसंपर्क की कमान होगी। 2006 बैच के बेहद तेज तर्रार और सौम्य चेहरे वाले मयंक श्रीवास्तव पर विष्णुदेव साय सरकार की ब्राडिंग की अहम जिम्मेदारी होगी। सालों तक लूप लाइन में रहे मयंक श्रीवास्तव ने शानदार वापसी की है। इससे पहले मयंक श्रीवास्तव अग्निशमन, SDRF, आपातकालीन सेवाएं के निदेशक थे।
रिजल्ट देने वाले अफसरों में मयंक की गिनती
मयंक श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने बतौर IPS कई अहम जिलों की कमान संभाली है, जिसमें बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर के साथ-साथ कोरबा जैसे बड़े जिले शामिल है। 2018 में कोरबा एसपी रहे मयंक श्रीवास्तव को रायपुर बुला लिया गया था। उसके बाद उन्हें अच्छी पोस्टिंग नहीं मिल सकी। मयंक की गिनती हमेशा से रिजल्ट देने वाले अफसरों में रही है। ये बात अलग है कि पिछले 5 सालों में मयंक श्रीवास्तव मेन स्ट्रीम की पुलिसिंग से दूर रहे।
विष्णुदेव सरकार ने सौंपी बेहद अहम जिम्मेदारी
मयंक श्रीवास्तव ने बतौर SDRF चीफ रहते कई अहम रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया है। जांजगीर-चांपा जिले के पिहरीद गांव में 80 फीट बोरवेल के गड्ढे में गिरे राहुल साहू को निकालने का ऑपरेशन देशभर में सुर्खियों में रहा है। 110 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन को मयंक श्रीवास्तव की अगुवाई वाली SDRF की टीम ने अंजाम दिया था। बोरवेल में गिरे इस बच्चे पर पूरे देश की निगाह थी। फिलहाल, मयंक श्रीवास्तव को विष्णुदेव साय सरकार ने बेहद अहम जिम्मेदारी सौंपी है।
