नई दिल्ली. एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए सरकार के गठन को लेकर शुक्रवार शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने उन्हें फिर से प्रधानमंत्री नियुक्त किया और नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित भी किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी सौंपा। ये नई सरकार गठन के दौरान की एक प्रक्रिया होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पत्र में क्या लिखा होता है? और राष्ट्रपति क्यों यह पत्र देता है।
दरअसल, भारत के संविधान के अनुच्छेद 75(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। इसके बाद सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि मुझे केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के रूप में नियुक्त किए जाने वाले अन्य नामों या सहयोगियों के बारे में बताएं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय भी बताएं।
9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शुक्रवार की सुबह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) एनडीए की बैठक हुई और सभी साथियों ने मुझे फिर से एक बार इस दायित्व के लिए पसंद किया है। एनडीए के सभी साथियों ने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी है। राष्ट्रपति ने मुझे बुलाया था और मुझे प्रधानमंत्री मनोनीत के रूप में नियुक्ति दी है। बता दें कि नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वो लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
सरकार गठन को लेकर अब तक क्या-क्या हुआ
- चुनाव आयुक्तों ने गुरुवार को राष्ट्रपति को लोकसभा इलेक्शन के नतीजे सौंपे।
- गुरुवार शाम को भारत के राजपत्र में परिणाम और संसद सदस्यों के नाम को प्रकाशित किया गया।
- शुक्रवार को नरेंद्र मोदी को NDA संसदीय दल की बैठक में नेता चुना गया।
- NDA के सभी नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें NDA संसदीय दल के फैसले की जानकारी दी।
- NDA संसदीय दल के नेता और कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की।
- नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को बताया कि उन्हें NDA संसदीय दल का नेता चुना गया है और वे सरकार बनाने का दावा पेश करने आए हैं।
- राष्ट्रपति ने संख्या बल के आधार पर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया और उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।