रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से धान खरीदी शुरू होने जा रही है। इस बीच धान खरीदी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश में बायोमेट्रिक मशीन नहीं पहुंचने के कारण टोकन सिस्टम से धान की खरीदी होगी। इस संबंध में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने आदेश जारी किया है। खाद्य सचिव ने सभी संभागायुक्त और कलेक्टरों को आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि व्यवस्था होने के बाद बायोमेट्रिक मशीनों से खरीदी होगी।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने सभी कलेक्टरों और संभागायुक्त को आदेश भी जारी किया है। प्रदेश में धान खरीदी बायोमेट्रिक मशीन नहीं पहुंचने की वजह से टोकन सिस्टम से होगी। बताया जा रहा है कि धान खरीदी केंद्रों में बायोमेट्रिक सिस्टम नहीं लगा सका है। धान खरीदी संभवतः दिवाली के बाद बायोमेट्रिक मशीन से होगी। तीन लाख टन धान खरीदी के लिए पहले दिन ही टोकन आवंटित हो चुका है।
किसानों को परेशानी से बचाने निर्णय
खाद्य संचालक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि किसानों को असुविधा न हो इसके लिए पहले की तरह धान खरीदी की जाएगी। जब तक बायोमेट्रिक मशीन धान खरीदी केंद्रों में इंस्टॉल न हो जाए तब तक पूर्व की भांति धान खरीदी होगी। खाद्य विभाग द्वारा आदेश जारी कर सभी जिला कलेक्टरों को धान खरीदी के निर्णय से अवगत कराया गया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत 1 नवंबर से हो रही है। 1 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस भी है।
20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से खरीदी
बता दें कि इस बार छत्तीसगढ़ सरकार ने 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा की है। खरीफ सीजन 2023-24 के लिए 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। पिछले साल 15 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की खरीदी की गई थी। इस वर्ष धान कामन के लिए समर्थन मूल्य 2183 रुपये और ग्रेड-ए धान के लिए 2203 रुपये निर्धारित किया गया है। पहले दिन धान बेचने के लिए किसानों को 8 हजार 157 टोकन जारी किया गया है।