रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में नामांकन की तारीख जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, प्रत्याशियों को मुश्किलें भी बढ़ रही है। कहीं पार्टी के लोग बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने नामांकन खरीद रहे हैं तो कहीं प्रत्याशी का विरोध हो रहा है। बलौदाबाजार जिला मुख्यालय से लगे वैष्णव कॉलोनीवासियों ने प्रदर्शन करते हुए रोड नहीं तो वोट नहीं और हमारा वोट नोटा को कहते हुए बैनर टांगकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष नितिन त्रिवेदी और विधायक प्रमोद शर्मा जब समर्थन मांगने कॉलोनी गए तब यहां के वोटरों ने जमकर भड़ास निकाली।
कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि अभी आचार संहिता लगा है। मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं। प्रशासन भी नया काम चालू नहीं करा सकती है, लेकिन आप सब वोट जरूर दीजिये। यह आपका अधिकार है और अपना प्रतिनिधि जरूर चुनिए। इतना जरूर कहूंगा कि आपके सहयोग और आशीर्वाद से विधायक बना तो आपकी समस्या जरूर दूर होगी। मैं अभी कोई भी घोषणा नहीं कर सकता हूं। आपसे निवेदन करता हूं वोट जरूर दीजिये। वहीं कालोनी के लोगों का कहना है कि पांच वर्ष से अधिक हो गया है। सड़क खराब है, लेकिन नगरपालिका प्रशासन सहित विधायक भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से आज हम सबने मिलकर फैसला लिया है कि वोट तो देंगे।
जहां विधायक का निवास वहीं के लोग नाराज
कॉलोनी के लोगों ने कहा कि यह हमारा अधिकार और कर्तव्य है। हम वोट जरूर देंगे, लेकिन किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा में चुनेंगे, क्योंकि जब जनप्रतिनिधि सुन नहीं रहे हैं तो उन्हें वोट देने से क्या फायदा है। बैनर टंगने की सूचना पर तहसीलदार प्रियंका देवांगन मौके पर टीम के साथ पहुंची और बैनर को निकलवाया। वहीं मीडिया से कहा कि सूचना मिलने पर पहुंचकर बैनर को जब्त किया है। इस तरह का कृत्य गलत है कार्रवाई भी हो सकती है। बता दें कि जिस कालोनी के लोगों ने विरोध किया है, वहां वर्तमान विधायक प्रमोद शर्मा भी रहते हैं। प्रमोद शर्मा ने एक दिन पहले ही कांग्रेस प्रवेश किया है। वो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) की टिकट पर वर्तमान विधायक हैं। विधायक के निवासरत कालोनी में सड़क नहीं बनने को लेकर राजनीतिक चर्चाओं का बाजार भी गर्म है।