भोपाल। मध्य प्रदेश के बीना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DMK (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) के नेताओं द्वारा सनातन धर्म पर की गई विवादित टिप्पणी पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। मोदी ने सनातन विरोध को लेकर ‘इंडिया गठबंधन’ पर जोरदार प्रहार किया और आरोप लगाया कि मुंबई की बैठक में संकल्प लेने के बाद ऐसा किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे सनातन को खत्म करके दोबारा भारत को गुलामी के दौर में ले जाना चाहते हैं। बीना में पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स की आधारशिला रखने के बाद हड़कलखाती गांव में प्रधानमंत्री ने G-20 सम्मेलन के सफल आयोजन का जिक्र किया।
पीएम मोदी ने ‘इंडिया’ अलायंस को इंडि अलायंस और घमंडिया गठबंधन कहते हुए कहा कि इनका नेता और नेतृत्व तय नहीं है, लेकिन सनातन के विरोध का संकल्प ले लिया है। घमंडिया गठबंधन सनातन को समाप्त करना चाह रहा है। गांधी जी के आखिरी शब्द थे- हे राम…। वे जीवन भर सनातन के पक्ष में रहे। उन्होंने कहा कि एक तरफ आज का भारत दुनिया को जोड़ने का सामर्थ्य दिखा रहा है। दुनिया के मंचों पर यह हमारा भारत विश्व मित्र के रूप में सामने आ रहा है। दूसरी तरफ कुछ ऐसे दल भी हैं जो देश को, समाज को विभाजित करने में जुटे हैं।
‘इनकी नीति भारत की संस्कृति पर हमला करना’
मोदी ने कहा कि इन्होंने मिलकर एक ‘इंडि’ अलायंस बनाया है। इसे कुछ लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है। पिछले दिनों इनकी मुंबई में मीटिंग हुई थी, मुझे लगता है उसमें इन्होंने आगे घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा उसकी नीति और रणनीति तैयार कर दी है। उन्होंने अपना हिडन एजेंडा तय कर लिया है। इनकी नीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की है। इस गठबंधन का निर्णय है- भारतीयों की आस्था पर हमला करो। इनकी नीयत है भारत को जिस विचारों ने, जिस संस्कारों ने, जिस परंपराओं ने हजारों वर्षों से जोड़ा है, उसे तबाह कर दो।
‘गांधीजी जीवन भर सनातन धर्म के पक्ष में रहे’
मोदी ने कहा कि जिस सनातन से प्रेरित होकर देवी अहिल्या बाई होल्कर ने देशभर में सामाजिक काम किए, देश की आस्था की रक्षा की, यह घमंडिया गठबंधन उस सनातन परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। ये सनातन की ताकत थी कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई अंग्रेजों को यह कहते हुए ललकार पाई कि मैं झांसी नहीं दूंगी। जिस सनातन को गांधी जी ने जीवनभर माना, भगवान श्रीराम ने उनको जीवन भर प्रेरणा दी, उनके आखिरी शब्द हे राम थे। ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं। जिसन सनातन से प्रेरित होकर स्वामी विवेकानंद ने समाज की बुराइयों के प्रति जागरूक किया, इंडि गठबंधन के लोग उस सनातन को खत्म करना चाहते हैं।
‘आने वाले समय में ऐसे हमले और तेज होंगे’
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले समय में ऐसे हमले तेज होंगे। उन्होंने हर सनातनी और देशप्रेमी को सतर्क करने को कहा। पीएम मोदी ने कहा, ‘यह सनातन की ताकत थी कि स्वतंत्रता आंदोलन में फांसी पाने वाली वीर कहते थे कि अगला जन्म मुझे फिर भारत मां की गोद में देना, जो सनातन संस्कृति संत रविदास का प्रतिबिंब है, जो सनातन संस्कृति माता सबरी की पहचान है, जो सनानत संस्कृति महर्षि वाल्कमीकि का आधार है, जिस सनातन ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़े रखा है, ये लोग मिलकर अब उस सनातन को खंड-खंड करना चाहते हैं।
‘हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इन लोगों ने खुलकर बोलना शुरू किया है, खुलकर हमला करना शुरू किया है। कल ये लोग हम पर होने वाले हमले और बढ़ाने वाले हैं। देश के कोने-कोने में हर सनातनी को, इस देश को प्यार करने वाले को, इस देश की मिट्टी को प्यार करने वाले को सतर्क करने की जरूरत है। सनातन को मिटाकर ये लोग देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं, लेकिन हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना है। हमारी संगठन की शक्ति से, हमारी एकजुटता से उनके मंसूबों को नाकाम करना है।