जगदलपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बुधवार को हुए एनकाउंट में दो नक्सली मारे गए हैं। जंगल में माओवादियों की बैठक होने सूचना मिली थी, जिस पर टीम सर्चिंग के लिए निकली थी। कोरंजेड-बन्देपारा के जंगल में पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एक महिला नक्सली समेत दो वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। इधर दंतेवाड़ा जिले 10 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
बीजापुर जिले में चलाये जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत मद्देड़ थाना क्षेत्र के कोरंजेड़-बन्देपारा के जंगलों में मद्देड़ एरिया कमेटी एसीएम बुचन्ना, विश्वनाथ, बामन जैसे बड़े नक्सली लीडर सहित 15-20 सशस्त्र माओवादियों की बैठक होने की सूचना पर DRG बीजापुर की टीम सर्चिंग पर निकली थी। इसी दौरान कोरंजेड -बन्देपारा के जंगल में पुलिस पार्टी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में एक महिला नक्सली समेत दो वर्दीधारी नक्सली ढेर हो गए गए हैं। मारी गई नक्सली मनिला DVCM के पद पर थीं। उस पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। दोनों ओर से लगभग 5 से 6 घंटे तक रुक-रुक कर फायरिंग होती रही। जवानों के लौटने पर पूरी जानकारी मिल पाएगी।
दंतेवाड़ा में 10 नक्सलियों का समर्पण
दंतेवाड़ा जिले में 10 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली इन्द्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय थे। फोर्स को नुकसान पहुंचाने, सड़क काटने, हत्या और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं में शामिल थे। इससे पहले दंतेवाड़ा में पुलिस ने 15 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें सात महिला नक्सली शामिल थीं। नक्सलियों को गीदम पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुमलनार गांव के पास से पकड़ा गया था। एसपी गौरव राय ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 ईनामी नक्सली सहित कुल 815 माओवादी सरेंडर कर समाज के मुख्यधारा में लौट चुके हैं।