नई दिल्ली. न्यूजअप इंडिया
सीनियर आईपीएस अधिकारी आलोक शर्मा को शुक्रवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। एसपीजी भारत की सबसे बेहतरीन सिक्योरिटी मानी जाती है, जिसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री और उनके निकट संबंधियों की सुरक्षा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आलोक शर्मा की एसपीजी डायरेक्टर के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। कार्मिक मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार वह इस पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद से अगले आदेश तक कार्यभार संभालेंगे। बता दें कि इसी साल 6 सितंबर को एसपीजी प्रमुख अरुण कुमार सिन्हा के निधन के बाद निदेशक का पद खाली था।
कौन हैं आईपीएस आलोक शर्मा?
आलोक शर्मा 1991 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) हैं। शर्मा अभी एसपीजी में ही एडिश्नल डायरेक्टर के तौर पर तैनात हैं। 15 जून, 1966 को जन्मे शर्मा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं। उनके पास बीएससी और बीटेक (मैकेनिकल) की डिग्री है। 1991 में भारतीय पुलिस सेवा में आने के बाद से उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। उनकी गिनती पुलिस के तेज-तर्रार अफसरों में होती है। वर्ष 2016 में उन्हें पुलिस सेवा में अपने बेहतरीन योगदान के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल भी प्राप्त हो चुका है।
2017 में एसपीजी में गए आलोक
साल 2017 में आलोक शर्मा केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर गए थे और फिर उन्हें एसपीजी में आईजी बनाया। 28 फरवरी, 2018 से वे एसपीजी में आईजी के तौर पर तैनात थे। एसपीजी के एडिश्नल डायरेक्टर पद पर उनकी तैनाती 2021 में हुई थी। एसपीजी की मुख्य जिम्मेदारी प्रधानमंत्री और उनके परिवार को सुरक्षा देना है। एसपीजी का गठन 1988 में संसद के एक कानून के तहत किया गया था। पहले एसपीजी को पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी मिली हुई थी। कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, उनके परिवार के सदस्य राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को करीब तीन दशकों तक एसपीजी सुरक्षा मिली। लेकिन, अब उन्हें Z+ सिक्योरिटी मुहैया करवाई जा रही है।