BRAHMOS Supersonic Cruise Missile DRDO: भारतीय समुदी क्षेत्र में भारत की सबसे खतरनाक ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इसे स्वदेशी जंगी विध्वंसक जहाज आईएनएस इंफाल से दागा गया। मझगांव डॉकयार्ड में तैयार किया गया यह जहाज इस साल भारतीय नौ सेना में शामिल किया जाएगा। यह पहली बार है कि किसी नए जहाज से ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया गया।
भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया है कि ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना इतना सटीक था कि वह बुल आई में जाकर लगा। इतना ही नहीं 90 डिग्री पर घूमकर इसने दुश्मन ठिकाने को तबाह किया। इसकी रेंज में पाकिस्तान और चीन भी आ गए हैं। ब्रह्मोस के सफल परीक्षण से हिन्दुस्तान की सैन्य ताकत बढ़ी है। समुद्री वर्जन की मारक क्षमता से दुश्मन देशों की टेंशन बढ़ना तय है।
आईएनएस इंफाल के बारे में जानिए
- 7400 टन है इसका डिस्प्लेसमेंट
- 535 फीट लंबा युद्धपोत
- 33 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार
- 45 दिनों तक समुद्र में रहने की क्षमता
- 04 रिजिड बोट्स भी इसमें उपलब्ध
- 48 वर्टिकल लॉन्च सिस्टम से लैस युद्धपोत
- युद्धपोत डीजल और बिजली से चलता है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की खासियत
- 90 डिग्री पर घूमकर दुश्मन को तबाह करेगी
- 04 समुद्री वर्जन है मौजूद
- 07 से अधिक युद्धपोतों पर है तैनात
- 28 फीट लंबी है ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल
- 290 किलोमीटर तक करेगी मार
- 200 किलोग्राम परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम
- 800 किलोमीटर तक इसी रेंज को घटा-बढ़ा सकते हैं
- 3000 किलोग्राम है ब्रह्मोस मिसाइल का वजन
- 4300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार हमला करने में सक्षम
- 1.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड इसकी गति
- 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम
- सीकर और बूस्टर से लैस हुई मिसाइल
- रैमजेट इंजन इसे घातक, सटीक और तेज बनाता है
- ब्रह्मोस हवा में ही अपनी दिशा और निशाना बदलने में सक्षम है
- ब्रह्मोस दुश्मन के राडार को चकमा देने में भी तेज है