रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से अलग कर बनाए गए नवगठित जिला मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी के लोगों का आक्रोश भड़क गया है। मानपुर में जिला अस्पताल सहित 9 सरकारी कार्यालय शुरू करने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं। हजारों ग्रामीण पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन और चक्काजाम कर रहे हैं। गुरुवार को गुस्साए आंदोलनकारियों ने तहसील कार्यालय में ताला जड़ दिया, जिससे कार्यालय के कई कर्मचारी और पुलिस जवान अंदर फंस गए हैं। एसडीएम, एसडीओपी, एडिशनल एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। ग्रामीणों को समझाइश भी दी जा रही है, लेकिन वे अपनी मांगों और कलेक्टर को बुलाने की जिद पर अड़े हैं।
बता दें कि कई गांवों के ग्रामीण मानपुर में जिला अस्पताल सहित विभिन्न जिला कार्यालय मानपुर में स्थापना करने की मांग कर रहे हैं। पिछले तीन दिन से ग्रामीण मानपुर में आंदोलन कर रहे हैं। करीब 72 घंटे से लगातार नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे ठप हैं। गुरुवार को आंदोलनकारियों ने मानपुर तहसील कार्यालय में ताला जड़ दिया। ग्रामीणों के ताला जड़ने से कई कर्मचारी, पुलिस अफसर और जवान कार्यालय में ही फंस गए। आंदोलनकारी तहसील कार्यालय को चारों ओर से घेर कर धरने पर बैठे गए। ग्रामीणों का कहना है कि जिला तो बनाया, लेकिन विकास कुछ भी नहीं हुआ है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम, एसडीओपी, एडिशनल एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। बताते हैं ग्रामीण कलेक्टर के आंदोलन स्थल में नहीं आने से आक्रोशित हुए हैं।
जिला प्रशासन की बढ़ रही परेशानी
एक दिन पहले ग्रामीण पेड़ों की टहनियां काटकर सड़क पर फैला दिया था और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे। दोपहर बाद डिप्टी कलेक्टर दीप्ति गैटेल लोगों को समझाइश देने के लिए मौके पर पहुंची, लेकिन आंदोलन कर रहे लोगों ने कलेक्टर को मौके पर बुलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक सभी शासकीय कार्यालयों को मानपुर में शुरू करने का लिखित आश्वासन नहीं मिलता। तब तक चक्काजाम खत्म नहीं किया जाएगा। इसके पहले मानपुर बंद के दौरान लोगों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का भी ऐलान किया था। ग्रामीणों के आक्रोश ने जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है।
न दफ्तर खुले और न विकास हुआ
बता दें कि नए जिले एमएमसी को बने एक साल हो गए हैं। मानपुर 122 किमी के भौगोलिक क्षेत्र में सबसे बड़ा है, लेकिन यहां एक भी कार्यालय का संचालन नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण जिला कार्यालय, जिला चिकित्सालय, जिला रोजगार कार्यालय, जिला परिवहन कार्यालय, महिला बाल विकास कार्यालय, वन मंडल कार्यालय, जिला उद्योग कार्यालय, जिला पशु चिकित्सालय, जिला श्रम विभाग कार्यालय और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की स्थापना मानपुर में करने की बात कह रहे हैं। एक साल में न दफ्तर खुले और ना कोई विकास हुआ है। मानपुर ब्लॉक के 170 गांवों के लोग पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। महिलाएं भी आंदोलन में हिस्सा ले रही है।