भोपाल। मध्य-प्रदेश की खरगोन पुलिस को कॉटन जिनिंग फैक्ट्रियों को निशाना बनाने वाली अंतर्राज्यीय चड्डी बनियान गैंग को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। शातिर गिरोह के सदस्यों के पास से महंगी कारे और घटना को अंजाम देने के लिए उपयोग में लाए जाने वाली रेसिंग बाइक पुलिस ने जब्त की है। पुलिस को इन शातिर लुटेरों की गैंग तक पहुंचने के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े तो वहीं 200 से अधिक पुराने बदमाशों से पूछताछ भी करनी पड़ी।
बता दें कि, बीते 31 मई को खरगोन की सोनम कॉटन जिनिंग में चड्डी बनियान पहने 7 से 8 लोगों ने कर्मचारियों को पत्थर और डंडे से दूर भगा कर जिनिंग के ऑफिस में रखी तिजोरी का ताला तोड़कर 9 लाख की नकदी लूट ले गए। पुलिस को इस गैंग के ड्राइवर सहित 2 सदस्यों को पकड़ने में सफलता मिली है। पुलिस का कहना है कि इस गैंग के सरगना सहित अन्य सदस्यों को भी जल्द गिरफ्त में ले लिया जाएगा। पकडे गए सदस्यों में एक ड्राइवर सहित दो अन्य अपराधी शामिल है। फिलहाल गैंग का मुख्य सरगना पुलिस की पकड़ से बहार है।
उज्जैन जिले में भी हुई थी घटना
खरगोन पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि चड्डी बनियान गिरोह द्वारा पिछले साल उज्जैन जिले में भी इसी तरह की घटना की गई थी। उज्जैन में गिरफ्तार आरोपी मूलतः गुजरात के दाहोद जिले के निवासी थे। संदेह के आधार पर गुजरात के दाहोद में मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया गया। यहीं से पुलिस को अहम सुराग मिले। गैंग को लाने व वापस ले जाने वाला ड्राइवर विजय बिलवाल ग्राम बरझर तहसील भबरा जिला अलीराजपुर का रहने वाला है, जिसे पूरी गैंग की जानकारी है। जब खरगोन पुलिस ने गुजरात पुलिस की मदद से गैंग के ड्राइवर विजय बिलवाल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने गैंग के सभी सदस्यों की जानकारी पुलिस के सामने उगल दी।
गैंग के ड्राइवर ने उगल दिए राज
खरगोन पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि मुखबिर से मिले सुराग के आधार पर खरगोन कोतवाली की विशेष पुलिस टीम ने ड्राइवर विजय बिलवाल के गांव तथा गुजरात में काम करने के उसके सभी संभावित ठिकानों पर लगातार 7 दिनों तक भेष बदलकर रेकी की गई। पुलिस गिरफ्त में आये गैंग के ड्राइवर विजय ने इस पुलिस टीम को बताया की हमारी गैंग का लीडर विजय पिता दीपा पलाश निवासी ग्राम खजूरिया दाहोद का रहने वाला है। उसी के द्वारा घटना के लिए गैंग के अन्य सदस्य धर्मेश उर्फ धर्मा भाभोर, सुनिल उर्फ सुनीय बारिया, मुन्ना उर्फ देवला, विलेश पलाश, राहुल पलाश एवं नरेश भाभोर को साथ लेकर खरगोन जिनिंग के अलावा अन्य जिले की घटनाओं को अंजाम दिया है।